दोपहर के खाने में अपनी पति और बच्चों को खिलाना चाहती हैं कुछ हेल्दी और टेस्टी तो जरूर ट्राई करें Dal Fara, बस एक से नहीं भरेगा मन
दाल फरा उत्तर प्रदेश का बहुत प्रसिद्ध और स्वास्थ्यवर्धक व्यंजन है। इसे बनाने में ज्यादा तेल या मसालों का इस्तेमाल नहीं होता है.........
रेसिपी न्यूज़ डेस्क !!! दाल फरा उत्तर प्रदेश का बहुत प्रसिद्ध और स्वास्थ्यवर्धक व्यंजन है। इसे बनाने में ज्यादा तेल या मसालों का इस्तेमाल नहीं होता है. इसे आप नाश्ते या दोपहर के खाने में बना सकते हैं. आइए आपको बताते हैं कि दाल फरा कैसे बनाया जाता है.
मसूर की दाल
चावल का आटा - 250 ग्राम
उड़द दाल - 100 ग्राम
चने की दाल - 50 ग्राम
हरी मिर्च - 4 कटी हुई
अदरक का पेस्ट - 1 बड़ा चम्मच
लाल मिर्च पाउडर - 1 छोटा चम्मच
हल्दी पाउडर - ¼ छोटा चम्मच
धनिया पाउडर- 1 बड़ा चम्मच
जीरा - ½ छोटा चम्मच
सरसों के बीज - ½ छोटा चम्मच
घी - 2 बड़े चम्मच
तेल - 1 बड़ा चम्मच
हरा धनियां - 3 बड़े चम्मच कटा हुआ
नमक स्वाद अनुसार
दाल फरा रेसिपी
1. फरो बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में 1 कप पानी, 2 बड़े चम्मच घी और आधा बड़ा चम्मच नमक डालकर उबाल लें.
2. अब पानी निकाल दें और इसमें चावल का आटा मिलाएं। कुछ देर के लिए ढककर रख दीजिए.
3. चना और उड़द दाल को रात भर या 4-5 घंटे के लिए भिगो दें. - इसके बाद पानी निकाल कर इसे दरदरा पीस लें.
4- दाल में कटी हुई हरी मिर्च, अदरक का पेस्ट, लाल मिर्च, हल्दी, धनिया पाउडर, धनियां पाउडर और नमक मिला लें.
5- यह फरा में इस्तेमाल होने वाली दाल की स्टफिंग है.
6- अब चावल के आटे पर घी लगाकर उसे थोड़ा चिकना कर लीजिए. यदि आवश्यकता हो तो थोड़ा पानी डालें।
7- आटे की छोटी-छोटी लोइयां बनाकर पूरी की तरह बेल लें, अगर किनारे फटे हों तो गोल बर्तन से काट लें.
8- अब इसमें दाल की स्टफिंग भरें और इसे आधा मोड़कर चिपका दें.
9- सारे फरसा इसी तरह तैयार कर लीजिये. - अब एक पैन में पानी भरकर उबालें और फरा को स्टीमर में रखकर धीमी आंच पर ढककर भाप में पका लें.
10- तैयार फरसा को चटनी के साथ खाएं या फिर इसे काटकर घी, जीरा, सरसों और हरी मिर्च के साथ भून लें.