लाइफस्टाइल न्यूज़ डेस्क, नवरात्रि का पांचवां दिन देवी दुर्गा के स्कंदमाता स्वरूप की पूजा के लिए समर्पित है। गोद में पुत्र कार्तिकेय को लिए देवी दुर्गा का यह रूप भक्तों पर प्रेम बरसाता है। स्कंदमाता को केला अत्यंत प्रिय है। ऐसे में उन्हें पके केले का भोग लगाने के साथ-साथ केले से बनी खीर और पूड़ी का भोग भी लगाया जा सकता है। जानें हलवा बनाने की रेसिपी.
केले का हलवा बनाने के लिए सामग्री
3-4 पके केले
देसी घी 2 चम्मच
चीनी दो चम्मच
खाद्य रंग
इलायची पाउडर
काजू 8-10
बादाम 7-8 किशमिश
केले का हलवा रेसिपी
-कढ़ाई में देसी घी डालकर सूखे मेवे भून लें. काजू और बादाम को किशमिश के साथ अच्छी तरह भून कर निकाल लीजिये. - अब पैन में और घी डालें और पके हुए केले को छीलकर इसमें डाल दें.
-केले को काट कर कलछी से मैश कर लीजिये. साथ ही धीमी आंच पर घी में भूनते रहें.
-जब केला अच्छे से भुन जाए तो वह कढ़ाई से निकलकर एक जगह इकट्ठा हो जाएगा. साथ ही केले का रंग सुनहरा हो जाना चाहिए.
-अब इस केले में चीनी मिलाएं और फुल क्रीम दूध भी डालें.
-इसे अच्छे से मिलाते हुए पकाएं.
-जब दूध वाला केला पककर गाढ़ा हो जाए तो गैस की आंच तेज कर दें.
-ताकि हलवा जल्दी सूखकर तैयार हो जाए.
-बस ऊपर से ड्राई फ्रूट्स डालकर मिक्स करें और केले का हलवा तैयार है.
-माता रानी को हलवे का भोग लगाएं.