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'शिक्षा को बर्बाद करने पर तुली योगी सरकार...' योगी के गढ़ में गूंजी संजय सिन्हा की हुंकार, लीक्ड फुटेज में देखे कैसे उड़ाई धज्जियां 

योगी के गढ़ गोरखपुर में गूंजी संजय सिन्हा की हुंकार! बोले - 'शिक्षा को बर्बाद करने पर तुली योगी सरकार', देखे VIDEO 

आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सोमवार (14 जुलाई) को एक बयान जारी कर योगी आदित्यनाथ सरकार पर शिक्षा विरोधी मानसिकता का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि जिस राज्य में लाखों बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं, वहाँ हज़ारों स्कूल या तो बंद हो चुके हैं या जर्जर हालत में चल रहे हैं, और दूसरी ओर शराब की दुकानों की बाढ़ सी आ गई है।

1.93 लाख शिक्षकों के पद रिक्त - संजय सिंह

संजय सिंह ने कहा कि आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में प्राथमिक स्तर पर 1.93 लाख शिक्षकों के पद रिक्त हैं। माध्यमिक स्तर पर 3,872 और उच्चतर माध्यमिक स्तर पर 8,714 शिक्षक अनुपस्थित हैं। यानी सरकार खुद मानती है कि लगभग 2 लाख शिक्षक अनुपस्थित हैं, लेकिन अभी तक उनकी भर्ती के लिए कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई है। कई ज़िलों में तो ऐसे प्राथमिक विद्यालय चल रहे हैं जहाँ एक ही शिक्षक पूरे स्कूल का कार्यभार संभाल रहा है। प्रयागराज ज़िले में ही 633 स्कूल ख़तरनाक घोषित किए गए हैं, जिनकी इमारतें गिरने की स्थिति में हैं।

स्कूल खुद ही बर्बाद हो गए- संजय सिंह

आप सांसद ने कहा कि योगी सरकार अब तक 27,000 से ज़्यादा सरकारी स्कूल बंद कर चुकी है और अब 5,000 और स्कूल बंद करने की तैयारी में है, यह कहते हुए कि वहाँ बच्चों की संख्या कम है। लेकिन बच्चों की संख्या कम इसलिए है क्योंकि सरकार ने शिक्षक नहीं दिए, सुविधाएँ नहीं दीं और स्कूलों को ही बर्बाद कर दिया।

शराब की दुकानों की चिंता, शिक्षा की नहीं- आप सांसद

संजय सिंह ने कहा कि यह सब उस सरकार के राज में हो रहा है जो रोज़ 'डबल इंजन सरकार' का रोना रोती है। जब स्कूल बंद हो रहे थे, तब सरकार ने राज्य का खजाना खाली करके राज्य में 27,308 शराब की दुकानें खोल दीं। सरकार को शराब की दुकानों की चिंता है, शिक्षा की नहीं। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश में शिक्षा पर प्रति छात्र सालाना सिर्फ़ ₹9,167 खर्च किए जा रहे हैं, जो राष्ट्रीय औसत ₹12,768 से काफ़ी कम है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि योगी सरकार का असली चेहरा अब जनता के सामने आ गया है - यह सरकार नहीं चाहती कि गरीब, दलित, पिछड़े और किसानों के बच्चे पढ़ें और आगे बढ़ें। इसीलिए शिक्षा को पूरी तरह से बर्बाद किया जा रहा है, स्कूलों का या तो विलय कर दिया गया है या उन्हें जीर्ण-शीर्ण अवस्था में छोड़ दिया गया है।

मधुशाला नहीं पाठशाला चाहिए का नारा - संजय सिंह

संजय सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने पूरे प्रदेश में 'स्कूल बचाओ आंदोलन' शुरू किया है। हम गाँव-गाँव जाकर जनता को बताएँगे कि योगी सरकार बच्चों से किताबें छीन रही है और उन्हें शराब की बोतलें थमा रही है। हम 'मधुशाला नहीं पाठशाला चाहिए' के नारे के साथ यह आंदोलन तब तक चलाएँगे जब तक प्रदेश के हर बच्चे को शिक्षक, स्कूल और शिक्षा का अधिकार नहीं मिल जाता।

हर मोर्चे पर सरकार को बेनकाब करेंगे - आप सांसद

उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अगर योगी सरकार शिक्षक भर्ती, स्कूलों की मरम्मत और बंद पड़े स्कूलों को फिर से खोलने की दिशा में तुरंत कदम नहीं उठाती है, तो आम आदमी पार्टी इस मुद्दे को सड़क से लेकर सदन तक ज़ोरदार तरीके से उठाएगी और सरकार को हर मोर्चे पर बेनकाब करेगी। आप सांसद ने यह भी कहा कि योगी सरकार शिक्षा को बर्बाद करने पर तुली हुई है। जनता 2027 में इसे सत्ता से बेदखल कर देगी। योगी सरकार बच्चों से किताबें छीनकर उन्हें बोतलें थमा रही है। सरकार ने यूपी के भविष्य को शराब के ठेकों में नीलाम कर दिया।

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