वोटर अधिकार यात्रा के दौरान बिहार में SIR पीड़ितों से राहुल-तेजस्वी की सीधी बातचीत, वायरल वीडियो में देखे लोगों ने बयाँ किया अपना दर्द
वोटर अधिकार यात्रा के दौरान मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक भावनात्मक पहल की। यात्रा के क्रम में दोनों नेताओं ने बिहार में SIR (सिलिकोसिस, इंसीडेंटल रेस्पिरेटरी डिजीज) से पीड़ित परिवारों और श्रमिकों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पीड़ितों की समस्याएं सुनीं और आश्वासन दिया कि उनकी आवाज़ न केवल बिहार विधानसभा में बल्कि संसद तक भी पहुंचाई जाएगी।
राहुल गांधी ने बातचीत के दौरान कहा कि “देश के गरीब और मेहनतकश लोगों को अक्सर उनके अधिकारों से वंचित कर दिया जाता है। चाहे वह स्वास्थ्य सुविधा हो, मुआवज़ा हो या सामाजिक सुरक्षा, हर स्तर पर उन्हें संघर्ष करना पड़ता है। हमारी यह यात्रा सिर्फ वोट के अधिकार की नहीं बल्कि हर आम आदमी के सम्मान और न्याय के अधिकार की भी है।”तेजस्वी यादव ने भी इस मौके पर पीड़ितों को भरोसा दिलाया कि अगर सत्ता में आने का मौका मिलता है तो SIR प्रभावित परिवारों के लिए विशेष राहत पैकेज और स्वास्थ्य योजनाएं लागू की जाएंगी। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों की लापरवाही की वजह से आज हजारों परिवार प्रभावित हुए हैं।
बैठक के दौरान पीड़ितों ने अपने अनुभव साझा किए। कई ने बताया कि फैक्ट्रियों और खदानों में काम करते समय सुरक्षा मानकों का पालन नहीं होता, जिसके कारण उनकी सेहत पर गंभीर असर पड़ा। कई पीड़ितों के परिवार आर्थिक तंगी और इलाज के अभाव से जूझ रहे हैं। इस पर राहुल गांधी ने स्वास्थ्य सेवाओं की दुर्दशा को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला।यात्रा का यह पड़ाव राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव दोनों ने इस मौके पर एक संयुक्त मंच से संदेश दिया कि विपक्ष अब केवल चुनावी मुद्दों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि सामाजिक और मानवाधिकार आधारित आंदोलनों को भी आगे बढ़ाएगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि बिहार जैसे राज्यों में जहां प्रवासी श्रमिक और मजदूर वर्ग की बड़ी आबादी है, वहां इस तरह की पहल का सीधा असर वोट बैंक पर पड़ सकता है। खासकर तब जब चुनावी मौसम नज़दीक है। राहुल-तेजस्वी की मुलाकात को विपक्ष की एकजुटता का प्रतीक भी माना जा रहा है।वोटर अधिकार यात्रा का अगला पड़ाव झारखंड और फिर उत्तर प्रदेश में होगा। कांग्रेस और राजद नेताओं का कहना है कि यह सिर्फ एक राजनीतिक अभियान नहीं बल्कि लोगों के असली मुद्दों को सामने लाने की कोशिश है।

