AICC में भाजपा और PM मोदी पर बरसे राहुल गांधी, वीडियो में देखे प्रधानमंत्री को लेकर कह दी ये बड़ी बात
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा सांसद राहुल गांधी एक बार फिर अपने आक्रामक तेवरों में नज़र आए। शुक्रवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) की बैठक में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर खुल्लम खुल्ला हमला बोलते हुए कई तीखे सवाल दागे और बीजेपी सरकार की नीतियों पर खुलकर असहमति जताई।बैठक में राहुल गांधी ने न सिर्फ केंद्र सरकार की आलोचना की, बल्कि देश की जनता के सामने एक बड़ा संदेश देने की कोशिश की कि कांग्रेस अब किसी भी सियासी दबाव में नहीं आने वाली। उन्होंने कहा, “देश को एक बार फिर झूठ, नफरत और दिखावे की राजनीति से मुक्त कराने की ज़रूरत है, और मोदी जी उस राजनीति के सबसे बड़े प्रतीक बन चुके हैं।”
पीएम मोदी पर सीधे हमले
राहुल गांधी ने अपने भाषण में पीएम मोदी को कई बार सीधे नाम लेकर संबोधित किया और आरोप लगाया कि वे “एक व्यक्ति के इर्द-गिर्द सत्ता का पूरा तंत्र चला रहे हैं।” उन्होंने कहा कि “आज भारत की लोकतांत्रिक संस्थाएं खतरे में हैं। प्रधानमंत्री मोदी हर संस्था को कमजोर कर रहे हैं – संसद हो, न्यायपालिका हो या मीडिया।”उन्होंने यह भी कहा कि “मोदी जी खुद को देश से ऊपर समझते हैं, लेकिन भारत किसी एक व्यक्ति की सोच से नहीं, बल्कि संविधान और जनता की आवाज से चलता है।” उनका कहना था कि देश में लोकतंत्र नहीं, बल्कि डर और दिखावा हावी हो गया है।
‘डरे हुए पीएम’ की टिप्पणी
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को “डरे हुए पीएम” कहकर संबोधित किया। उन्होंने कहा, “जो नेता हर आलोचना से डरता है, जो संसद में बहस से बचता है, और जो मीडिया के सवालों का जवाब नहीं देता, वह जनता का नहीं, सिर्फ अपनी छवि का प्रधानमंत्री होता है।”उन्होंने यह भी कहा कि अगर मोदी सरकार में साहस होता, तो वह मणिपुर से लेकर महंगाई और बेरोज़गारी जैसे मुद्दों पर खुली बहस से भागती नहीं।
‘भारत जोड़ो’ की तर्ज़ पर नया संघर्ष
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में दोहराया कि कांग्रेस का संघर्ष अब महज़ चुनावी नहीं, बल्कि "भारत की आत्मा को बचाने का आंदोलन" है। उन्होंने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस नेताओं को तैयार रहने का आह्वान किया और कहा कि “हमें डर नहीं, अब टक्कर देनी है… खुलकर, सच्चाई के साथ।”उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे जमीनी स्तर पर जनता के साथ संवाद बढ़ाएं और मोदी सरकार की विफलताओं को हर मंच पर उजागर करें।

