राजस्थान की राजनीति में उबाल! पीसीसी चीफ डोटासरा ने BJP-RSS पर लगाए गंभीर आरोप, वायरल वीडियो में देखे विवादित भाषण
राजस्थान की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर गंभीर आरोप लगाते हुए बड़ा बयान दिया है। डोटासरा का कहना है कि बीजेपी और आरएसएस देश के इतिहास और संविधान को बदलने की साजिश रच रहे हैं। उनका यह बयान आते ही राजस्थान ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी हलचल तेज हो गई है।
डोटासरा का आरोप
जयपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान डोटासरा ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा हमेशा से संविधान विरोधी रही है। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने जो संविधान बनाया, वह सभी वर्गों और समुदायों को समान अधिकार देता है। लेकिन बीजेपी-आरएसएस की राजनीति समाज को विभाजित करने और लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर करने पर आधारित है। डोटासरा ने दावा किया कि केंद्र सरकार द्वारा लिए जा रहे कई फैसले संविधान की मूल भावना के खिलाफ हैं और इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करने की कोशिश की जा रही है।
शिक्षा और पाठ्यक्रम को लेकर भी हमला
डोटासरा ने खासतौर पर शिक्षा नीति को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति और पाठ्यक्रम में इतिहास के पन्नों को बदलने की कोशिश की जा रही है। मुगलकालीन इतिहास से लेकर स्वतंत्रता संग्राम तक की कई महत्वपूर्ण घटनाओं और व्यक्तित्वों को हाशिए पर डाला जा रहा है। उनका कहना था कि बच्चों को झूठा इतिहास पढ़ाकर आने वाली पीढ़ी के दिमाग में भ्रम पैदा किया जा रहा है, जिससे सांप्रदायिक माहौल बन सके।
राजस्थान की सियासत में बढ़ी गरमी
डोटासरा का यह बयान ऐसे समय आया है जब राजस्थान की राजनीति में पहले से ही घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही राज्य में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए हर मोर्चे पर लड़ाई लड़ रहे हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि बीजेपी और आरएसएस का मकसद जनता का ध्यान असली मुद्दों से भटकाना है। वहीं बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों को चुनावी स्टंट बताया और कहा कि कांग्रेस अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए ऐसी बयानबाजी कर रही है।
जनता से की अपील
डोटासरा ने आम जनता से अपील की कि वे संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि आजादी के लिए हमारे पूर्वजों ने बलिदान दिए, लेकिन आज बीजेपी-आरएसएस उनकी कुर्बानियों को भुलाने की कोशिश कर रहे हैं। अगर समय रहते जनता ने आवाज नहीं उठाई, तो आने वाली पीढ़ियां असली इतिहास और लोकतांत्रिक अधिकारों से वंचित रह जाएंगी।
राजनीतिक विश्लेषण
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि डोटासरा का यह बयान कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा है। राज्य में आने वाले चुनावों को देखते हुए कांग्रेस बीजेपी पर वैचारिक हमले तेज कर रही है। वहीं, बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस अपने आंतरिक संकट से ध्यान हटाने के लिए ऐसे मुद्दे उठा रही है।

