भाजपा का Rahul-Sonia Gandhi पर हल्लाबोल कहा - 'कांग्रेस का लक्ष्य सनातन को निपटाना', सुशील शिंदे पर दबाव का आरोप
मालेगांव विस्फोट मामले में महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के पूर्व अधिकारी महबूब मुजावर ने हाल ही में कई सनसनीखेज दावे किए। उन्होंने दावा किया कि जाँच के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को गिरफ्तार करने का आदेश मिला था, ताकि "भगवा आतंकवाद" की थ्योरी स्थापित की जा सके। मुजावर के अनुसार, यह आदेश तत्कालीन जाँच प्रमुख परमबीर सिंह और उनके वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से मिला था।
पूर्व एटीएस अधिकारी महबूब मुजावर के खुलासे के बाद भाजपा कांग्रेस पर आक्रामक हो गई है। संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि पूरी साजिश गांधी परिवार के इशारे पर रची गई थी। कांग्रेस लगातार सेना, संविधान, संघ और सनातन पर हमले करती रही है। भाजपा लंबे समय से कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति के लिए "भगवा आतंकवाद" या "हिंदू आतंकवाद" जैसे शब्द गढ़ने का आरोप लगाती रही है।
हिंदुओं को बदनाम करने की कोशिश
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए संबित पात्रा ने कहा कि गांधी परिवार ने वोट बैंक की राजनीति के लिए हिंदुओं को बदनाम करने की कोशिश की है। एटीएस अधिकारी महबूब मुजावर पर भगवा आतंकवाद के सिलसिले में मोहन भागवत को किसी भी तरह से गिरफ्तार करने का दबाव डाला गया था, लेकिन उन्होंने कानून और संविधान का हवाला देते हुए ऐसा करने से इनकार कर दिया। जबकि मोहन भागवत के खिलाफ कोई सबूत नहीं था। संबित पात्रा ने तत्कालीन गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने स्वीकार किया था कि कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें "हिंदू आतंकवाद" शब्द का इस्तेमाल करने और उसका प्रचार करने के लिए मजबूर किया था।
महबूब मुजावर का खुलासा
पूर्व एटीएस अधिकारी महबूब मुजावर ने रिपब्लिक से बात करते हुए दावा किया कि मालेगांव विस्फोट के बाद तत्कालीन जाँच अधिकारी परमवीर सिंह ने मोहन भागवत की गिरफ्तारी का आदेश दिया था। मुजावर को वरिष्ठ अधिकारियों ने भगवा आतंकवाद की कहानी गढ़ने के लिए कहा था। उन्होंने दावा किया है कि 'भगवा आतंकवाद' की कहानी गढ़ने के लिए ऊपर से आदेश मिले थे।
महबूब मुजावर ने दावा किया कि मालेगांव विस्फोट मामले के मुख्य जाँच अधिकारी परमबीर सिंह ने उन्हें मोहन भागवत को गिरफ्तार करने का स्पष्ट निर्देश दिया था। मुजावर के अनुसार, यह आदेश न केवल चौंकाने वाला था, बल्कि इसके पीछे एक खास एजेंडा भी था। उन्होंने दावा किया कि एटीएस पर भगवा आतंकवाद की कहानी गढ़ने का दबाव डाला गया, जो पूरी तरह से झूठी थी।

