Paush purnima vrat puja niyam: पौष पूर्णिमा आज, जानिए क्या है व्रत पूजन का नियम
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हिंदू धर्म पंचांग के मुताबिक पौष मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को पौष पूर्णिमा के नाम से जाना जाता हैं इस दिन दान, जप और स्नान का विशेष महत्व होता हैं इस साल यह तिथि 28 जनवरी दिन गुरुवार यानी की आज पड़ रही हैं मान्यता है कि इस दिन सूर्य भगवान की पूजा अर्चना करने से जातक को मोक्ष की प्राप्ति होती हैं इसलिए पौष पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान और सूर्य देवता को जल देने की परपरां प्रचलित हैं तो आज हम आपको पौष पूर्णिमा के व्रत पूजन का नियम बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
ज्योतिष अनुसार पूर्णिमा तिथि 27 जनवरी, बुधवार की रात में 12:32 बजे से आरंभ हो जाएगी। जो 28 जनवरी को रात 12: 32 बजे तक रहेगी। इसलिए गुरुवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त से ही स्नान दान शुरू हो जाएगा। आज के दिन सबसे पहले स्नान आदि करने के बाद व्रत का संकल्प करना चाहिए और भगवान श्री विष्णु की विधि पूर्वक पूजा करनी चाहिए। श्री विष्णु को भोग आदि लगाकर आरती करें। मंत्रोच्चारण करते हुए सूर्य देवता को जल अर्पित करें। पूरे दिन श्रीहरि विष्णु के नाम का ध्यान करें। रात को चंद्रमा निकलने के बाद धूप दीपक से पूजा करें और चंद्र देव को जल अर्पित करें।
ज्योतिष अनुसार पूर्णिमा के दिन चावल का दान करना शुभ होता हैं चावल का संबंध चंद्रमा से होता हैं और पूर्णिमा के दिन चावल का दान करने से चंद्रमा की स्थिति कुंडली में मजबूत होती हैं इस दिन पानी में गंगाजल मिलाकर कुश हाथ में लेकर स्नान करना चाहिए। पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण की कथा सुननी चाहिए घर के मुख्य द्वार पर आम के पत्तों की तोरण बांधनी चाहिए। ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं आज के दिन शिव पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती हैं।