व्रत के दौरान घर की महिलाएं बरतें ये सावधानियां
हिंदू धर्म में पूजा पाठ और व्रत उपवास का खास महत्व दिया जाता हैं हर कोई अपने मन की इच्छा पूरी करने के लिए भगवान के आगे व्रत रुप में पूजा करता हैं वही अधिकतर व्रत स्त्रियों से संबंधित होते हैं जहां एक औरत खाना पकाकर अपने बच्चों का पेट भरती हैं वही मां या पत्नि भूखी रहकर भगवान के आगे अपने परिवार की सुख शांति और समृद्धि मांगती हैं। उपवास एक ऐसी पवित्र चीज है, जिसे हर कोई पूरे मन और सदभाव के साथ निभाना चाहता हैं, ऐसे में कई बार औरतों के दिल में ऐसी बहुत सी बातें या फिर आशंकाएं आती हैं जिनका दूर होना लाजमी हैं। तो आज हम आपको उन्हीं को दूर करने के प्रयास करते हैं।
व्रत की शुरुआत करने से पहले इसके शुभ मुहूर्त की जांच करना बहुत ही जरूरी माना जाता हैं ऐसा करने से उपवास बिना विघ्न के संपूर्ण हो जाता हैं। वही अगर व्रत वाले दिन महिला को पीरियड्स यानी की मासिक धर्म आ गए हैं तो उस व्रत को गिनती में न गिनेंं व्रत चाहें तो रख लें, मगर उस दौरान पूजा पाठ नहीं करना चाहिए। अगर व्रत के दौरान आपको किसी बच्चे के जन्म या फिर सूतक की खबर मिले तो उस व्रत को भी गिनती में नहीं लेना चाहिए। वही अगर आप किसी मुराद की पूर्ति के लिए लंबे वक्त तक व्रत करने की सोच रही हैं तो भगवान का शुक्रिया करते हुए एक व्रत अलग से रखें
वही कुछ व्रत ऐसे होते हैं जिनमें हल्का फुल्का भोजन करने की अनुमती दी जाती हैं मगर ऐसा कोई भी व्रत नहीं होता हैं जिसमें प्याज, अदरक या फिर लहसुन की इजाजत हो। ऐसे में ध्यान रखें कि व्रत के दौरान तीखी, नमकीन औरर चटपटी चीजों का सेवन भूलकर भी ना करें।