ज़िन्दगी में ये छोटा सा रूल अपनाएं और प्रोडक्टिविटी बढ़ाएं
राइट डाउन रूल बना सकता है आपकी ज़िंदगी बेहद आसान
हम अक्सर व्यस्त दिनचर्या व समय की कमी को लेकर परेशान रहते है और ये परेशानी कब आदतन चिड़चिड़ाहट का रूप ले लेती है हमें पता नहीं चलता | प्रोडक्टिविटी को लेकर हम अक्सर लोगो को चर्चा करते सुनते है लेकिन ज़्यादातर इस चर्चा से कोई आसान समाधान नहीं निकलता | असल में हमारी दिनचर्या में कई छोटे छोटे काम छुपे होते है जो गैरज़रूरी होते और हमारी लिमिटेड एनर्जी को सोंख लेते है और इन की वजह कुछ ज़रूरी काम अधुरे रह जाते है | हम आपको आज ऐसे सरल तरीके के बारें में बताने जा रहे जो मनोवैज्ञानिकों द्वारा बताया गया है, और इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाकर आप स्ट्रेसफ्री हो सकते हैं |
सुबह उठने के बाद ‘मॉर्निंग रिचुअल्स ‘ से फ्री होकर घर के किसी शांत कोने में चले जाएँ और आराम से बैठ जाएं | अब आँखें बंद करके तीस मिनट की डीप ब्रीदिंग करें और रिलैक्स हो जाये | अब एक नोटपैड या पॉकेट डायरी में दिन भर के कामो की सूची तैयार करें व सबसे अधिकमहत्वपूर्ण कार्यो के आगे स्टार लगा दे और इन्हे सबसे पहले पूरा करें | इस सूची अपने पास रखें और पूरे दिन के दौरान जैसे जैसे काम पूरे होते जाये उसे लिस्ट में कट करते जाए | दिन के अंत में जब आप सारे या फिर ज़्यादातर काम पूरे देखेंगे तो आपके दिमाग में डोपामिन नाम का केमिकल रिलीज़ होगा जो आपको ख़ुशी महसूस करवाता है |
लेकिन याद रहे ये लिस्ट आप अपने फ़ोन या किसी अन्य उपकरण पर ना बनाएं, इसका कारण एक हालिया स्टडी में हैं | जापान की एक यूनिवर्सिटी में हुई एक रिसर्च के मुताबिक जब हम किसी बात को हाथ से कागज़ पर लिखते है तो हमारा दिमाग उससे ज़रूरी मानता है और उस पर ज़्यादा फोकस करता है | इस रिसर्च में सामने आया की जो लोग अपने फ़ोन पर टू – डु लिस्ट बनाते है उनमे से उस लिस्ट को पूरा करने में मात्रा सैतीस प्रतिशत लोग ही सफल हो पाते हैं | वही पर याद रख कर काम करने वालो में ये आंकड़ा सिर्फ उन्नीस प्रतिशत था | वही पर जिन लोगो में हाथ से तो वर्क लिस्ट लिखने की आदत थी वे अपने कार्य पिच्यासी प्रतिशत तक पूरे कर पाए | जापान में अब ये लिस्ट बनाना वहां के वर्क कल्चर का हिस्सा बन चुका है | ऑफिसेस में सभी लोग अपने पास एक पॉकेट डायरी व पेन रखते हैं |