ये बीमारी बिहार में ढ़हा रही है कहर
जयपुर। इस समय बिहार में एक बीमारी का कहर बढ़ता ही जा रहा है। इस बीमारी का नाम चमकी बुखार कहा जाता है। मेडिकल भाषा मेें बात की जाये तो इसे एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम कहा जाता है। लेकिन फिलाहल आम लोगों की भाषा में बात की जाये तो इसे मौत के नाम से पुकारा जा रहा है।
जी हां फिलहाल ये बुहार बिहार में मासूम बच्चों की मौत बनकर आ रही है। सूचना के मुताबिक बिहार के मुजफ्फरपुर में अक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम का प्रकोप जारी है। पिछले 24 घंटों में 20 बच्चों की मौत से बिहार में 100 से अधिक मांओं की गोद सूनी हो चुकी है।
मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज व अस्पताल और केजरीवाल अस्पताल में 375 बच्चे एडमिट हैं। मुज़फ्फरपुर के चाइल्ड स्पेस्लिस्ट डॉक्टर अरुण शाह ने बताया कि चमकी बुखार एक ऐसी बुखार होती है जिसमें यह बुखार बच्चों को लगातार चढ़ा ही रहता है।
इसके साथ ही शरीर में एंठन पैदा हो जाती है, दांत आपस में मिल जाते है, कमजोरी की वजह से बच्चा बार—बार बेहोश होता रहता है। इसके अलावा यहा तक की बच्चे के शरीर में सुन्न आ जाती है। उसके बाद यदि आप उसको चिकोटी भी काट लोगे तो उसे मालूम नहीं चलता है।
जबकि सामान्य बुखार में ऐसा नहीं होता है। सूत्रों में बताया जा रहा है कि चमकी बुखार से निपटने के लिए अब तक जो प्रयास किये गये है वो सारे नाकाम साबित हो रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि इस बीमारी के प्रकोप को कंट्रोल करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर काम करना चाहिए और प्रभावित इलाकों के सभी बच्चों का टीकाकरण किया जाना चाहिए। साथ ही लोगों को बीमारी के बारे में जागरूक करने की जरूरत है।