क्या आप जानते है चोट लगने पर कौनसी सिकाई होती है सही
जयपुर। जब कभी चोट लग जाती है, तो घर के बड़े—बुजुर्ग लोग सिकाई की सलाह देते है। लेकिन ऐसे बहुत से कम लोग होते है कि जिनको पता होता है कि सूजन आ जाने पर गर्म सिकाई सही होती है या ठंडी सिकाई। वैसे तो यह दोनों ही दर्द को दूर करने के लिए नेचुरल तरीके हैं।
वैसे विशेषज्ञ इसके बारे में बताते है कि मोच आने के तुरंत में यदि सिकाई की जाने की सोच रहे है, तो ठंडी सिकाई ही बेहतर रहती है। क्योंकि ठंडी सिकाई से अचानक आई मोच से जलन होती है जो बाद में जाकर सूजन में बदल जाती है।
इसलिए ठंडी सिकाई करने से इस स्थान का ब्लड फ्लो धीमा हो जाएगा और जलन व सूजन रूक जाएगी। लेकिन इस बात का भी विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है कि ठंडी सिकाई को मोच आने के 24 से 48 घंटों के भीतर ही किया जाना चाहिए, तभी जलन और सूजन में राहत मिलती है।
वैसे ठंडी सिकाई करते समय कई बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता होती है, जैसे — ठंडी सिकाई करते समय प्रभावित स्थान पर आइस बैग को 20 से अधिक बार तक न रखे। यह कोशिश रहे कि 10 मिनट की सिकाई के बाद बीच में 2 मिनट का ब्रेक ले लेवे।
इसके विपरीत यदि दर्द किसी पुरानी चोट के स्थान पर हो रहा है, तो गर्म सिकाई करना ही बेहतर होता है। क्योंकि जब पुरानी चोट का ब्लड सर्कुलेशन किसी तरीके से रूक जाए तो गर्म सिकाई से वो फिर से शुरू हो जाता है। इससे मसल्स का दर्द दूर होता है।

