मध्यप्रदेश में बढ़ सकता है इस बीमारी का खतरा
जयपुर। हाल ही में मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रेदेश के गुना और ग्वालियर में में निपाह वायरस का संक्रमण फैलने का खतरा पैदा हो गया है। क्योंकि यहां पर हाल ही में चमगादड़ों की काफी संख्या में मौत हो चुकी है। निपाह वायरस चमगदड़ों से ही निपाह वायरस फैलता है।
सूत्रों में बताया गया है कि चार दिन पूर्व ही यहां से चमगादड़ों की भारी संख्या में मौत की खबर मिली थी। जिसके बाद से ही चिकित्सा विभाग सर्तक हो गया था। इसके बाद चमगादड़ों का पोस्टमार्टम करवाकर सैंपल को रिपोर्ट के लिए भेज दिया गया है।
चिकित्सकों ने निपाह वायरस के बारे में बताया है कि यह निपाह वायरस एक गंभीर बीमारी होती है। मनुष्यों में यह बीमारी दूषित कच्ची ताड़ी पीने से एवं संक्रमित चमगादड़ और सुअर के संपर्क में आने से हो जाती है। मनुष्य से मनुष्य में संक्रमण निकट शारीरिक संपर्क से, शरीर के तरल पदार्थ से होती है।
चिकित्सकों के अनुसार निपाह वायरस से संक्रमित व्यक्ति को तेज बुखार,सिरदर्द, बदन दर्द, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, बेचैनी, सुस्ती, उल्टी-दस्त होता है। डॉ. वर्मा ने अधीनस्थ कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि जिस भी मरीज में निपाह वायरस के लक्षण या मिलते-जुलते लक्षण पाए जाएं, उसे तत्काल जिला चिकित्सालय में भेजें।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने चमगादड़ व सुअर से बचाव करने, कीड़ों या पक्षी द्वारा कुतरे हुए फलों का सेवन न करने, लम्बे समय से उपेक्षित कुंओं में प्रवेश न करने, बड़ी चमगादड़ों एवं सुअरों के संपर्क से बचने, संभावित निपाह वायरस से संक्रमित रोगी से दूर रहने की सलाह दी है।