पति के सामने ही कर दी उसकी प्रेमिका की हत्या, जीआरपी ने ट्रेन में पकड़ा तो बोली...

मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के प्रोफेसर कॉलोनी में एक सनसनीखेज मर्डर केस ने इलाके को हिलाकर रख दिया है। 41 वर्षीय शिखा मिश्रा ने अपनी पति ब्रिजेश मिश्रा की 33 वर्षीय गर्लफ्रेंड अनिका मिश्रा की हत्या कर दी। यह मामला न केवल एक प्रेम त्रिकोण को उजागर करता है, बल्कि रिश्तों की पेचीदगियों और उनके गंभीर परिणामों पर भी सोचने को मजबूर करता है।
मर्डर की कहानी: अनिका मिश्रा और ब्रिजेश मिश्रा के बीच पिछले 10 वर्षों से प्रेम संबंध थे। जब शिखा को अपने पति के अफेयर के बारे में पता चला, तो वह गुस्से से उबलने लगी। शिखा ने इस मुद्दे का हल अपने तरीके से निकालने का निर्णय लिया और अनिका से मिलने के लिए अपने दोस्त के घर जाने का नाटक किया। शिखा ने अपने पर्स में दो चाकू रखे और मौका देखकर अनिका पर हमला किया। शिखा ने अनिका की गर्दन और पेट पर तीन बार चाकू से वार किया। गंभीर हालत में अनिका को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
हत्या के बाद की घटना: हत्या के बाद शिखा ने फरार होने की योजना बनाई और वाराणसी भागने का इरादा किया। उसका योजना था कि वह महानगरी एक्सप्रेस से वाराणसी भाग जाएगी, लेकिन वह यह भूल गई कि यह फिल्मी कहानी नहीं है। जैसे ही पुलिस को घटना की जानकारी मिली, जबलपुर के माढ़ोताल थाना पुलिस ने सतना जीआरपी को सूचित किया कि आरोपी महिला वाराणसी की ओर भाग सकती है। इसके बाद सतना जीआरपी ने सभी ट्रेनों की तलाशी शुरू कर दी। अंततः, शिखा को महानगरी एक्सप्रेस में पकड़ा गया।
पुलिस की कार्रवाई और आरोपी की गिरफ्तारी: गिरफ्तारी के बाद शिखा ने अपना नाम बमुश्किल बताया और कड़ी पूछताछ में उसने पूरी हत्या की कहानी स्वीकार की। शिखा ने बताया कि उसने अपनी निजी जिंदगी में आए तनाव और गुस्से के कारण यह कदम उठाया। शिखा को पकड़ने के बाद सतना जीआरपी ने उसे माढ़ोताल पुलिस के हवाले कर दिया।
मामले का समाज पर असर: यह हत्या और उसके बाद का घटनाक्रम जबलपुर से लेकर सतना तक चर्चा का विषय बन गया। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और जीआरपी की तत्परता से आरोपी महिला को पकड़ लिया गया, लेकिन इस घटना ने समाज में प्रेम संबंधों, धोखे और उनके गंभीर परिणामों पर एक नई बहस शुरू कर दी है। इस मामले ने यह भी स्पष्ट किया कि कभी-कभी निजी रिश्तों में उथल-पुथल ऐसी घटनाओं को जन्म देती है, जो जीवन को बदलने वाली साबित होती हैं।
यह घटना लोगों को यह सोचने पर मजबूर करती है कि रिश्तों में विश्वास और सम्मान की अहमियत क्या होती है, और कैसे अव्यक्त भावनाओं का नियंत्रण खो देना कभी-कभी खौ़फनाक परिणामों का कारण बन सकता है।