मायके से ससुराल लौटी पत्नी ने किया संबंध बनाने से इंकार तो गुस्से में पति ने दी तालिबानी सजा और फिर...जानें क्या हैं पूरा मामला ?
उत्तर प्रदेश के नोएडा से एक दर्दनाक और झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। मामूरा इलाके में एक पति ने अपनी पत्नी को बेरहमी से पीट-पीटकर अधमरा कर दिया, क्योंकि पत्नी उससे रिश्ता बचाने की कोशिश कर रही थी जबकि पति इस रिश्ते को खत्म करना चाहता था। गंभीर हालत में महिला को गाजियाबाद के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज जारी है।
शादी के बाद से ही ससुराल में हो रहा था उत्पीड़न
गाजियाबाद के खोड़ा कॉलोनी निवासी रईसुद्दीन ने अपनी बेटी तरन्नुम की शादी पांच साल पहले नोएडा के मामूरा गांव में रहने वाले अजीम से की थी। शादी के बाद से ही तरन्नुम को ससुराल पक्ष की प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा था। रईसुद्दीन के अनुसार, दामाद अजीम और समधन (अजीम की मां) उनकी बेटी को लगातार परेशान कर रहे थे और यह मामला गाजियाबाद की जिला अदालत में भी विचाराधीन है।
तरन्नुम रिश्ता बचाना चाहती थी, अजीम तोड़ना चाहता था
रईसुद्दीन ने बताया कि उनकी बेटी तरन्नुम काफी समय से अपने मायके में रह रही थी। वह अपने टूटते हुए परिवार को एक और मौका देना चाहती थी, इसी सोच के साथ 20 सितंबर को वह दोबारा ससुराल, मामूरा पहुंची। घर पर उसके पति अजीम और सास मौजूद थे। तरन्नुम ने जब उनसे शांति और समझदारी से रिश्ते को बनाए रखने की बात की, तो दोनों ने मिलकर उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी।
बुरी तरह से घायल तरन्नुम अस्पताल में भर्ती
घटना की जानकारी मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे और तरन्नुम को गंभीर हालत में गाजियाबाद के जिला अस्पताल ले गए, जहां वह इस समय जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही है। तरन्नुम के पिता ने थाना फेस-3 में अजीम और उसकी मां के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी सिर्फ घर बचाना चाहती थी, लेकिन उसे ससुरालवालों की नफरत और हिंसा का शिकार होना पड़ा।
पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच जारी
नोएडा पुलिस का कहना है कि पिता की तहरीर के आधार पर आरोपी पति और सास के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल दोनों फरार बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, पीड़िता के बयान और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
न्याय की आस में एक और पीड़ित महिला
यह घटना देश में महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा की गंभीर हकीकत को उजागर करती है। जब कोई महिला रिश्ते को बचाने के लिए हाथ आगे बढ़ाती है, तो क्या उसे इस तरह की बेरहमी झेलनी चाहिए? अब यह देखना बाकी है कि तरन्नुम को न्याय मिलता है या नहीं।