आखिर क्यों ससुराल वालों ने नवविवाहिता को जबरन लगाए HIV संक्रमित इंजेक्शन, पुलिस जांच में सामने आई ये बड़ी वजह

जिले में एक महिला को उसके ससुराल वालों ने एचआईवी संक्रमित इंजेक्शन लगा दिया। बताया जा रहा है कि दहेज की मांग पूरी न होने पर ससुराल वालों ने उसे प्रताड़ित किया और उसे एचआईवी संक्रमित इंजेक्शन लगा दिया। एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया कि महिला के माता-पिता द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जा रही है। पुलिस ने यह भी बताया कि महिला के पति और उसके देवर समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
गंगोह थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) रोजंत त्यागी ने महिला के पिता की शिकायत का हवाला देते हुए मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता की बेटी की शादी 15 फरवरी 2023 को अभिषेक (निवासी हरिद्वार) से तय हुई थी। महिला के पिता ने दहेज के रूप में आभूषण, नकदी और कार आदि अपनी हैसियत से अधिक दिया था, लेकिन उसके ससुराल वाले इससे संतुष्ट नहीं थे। उन्होंने एक बड़ी कार और 25 लाख रुपये अतिरिक्त मांगे।
पुलिस के अनुसार पिता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि जब यह मांग पूरी नहीं हो सकी तो ससुराल वालों ने उनकी बेटी को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया। ससुराल वालों ने उसे घर से निकाल दिया। पुलिस ने बताया कि जब माता-पिता ने अपनी बेटी की तबीयत खराब होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया तो पता चला कि उनकी बेटी एचआईवी संक्रमित है। परिवार का आरोप है कि दहेज के कारण उनकी बेटी को न केवल अनुचित दवाएं दी गईं, बल्कि एचआईवी संक्रमित इंजेक्शन भी दिए गए, जिससे उनकी बेटी की जान को खतरा हो गया।
एसएचओ रोजंत त्यागी ने बताया कि महिला के पति और उसके देवर समेत चार लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास) और घरेलू हिंसा अधिनियम तथा दहेज निषेध अधिनियम से महिलाओं का संरक्षण के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि जिला अदालत के 10 फरवरी के आदेश के बाद 11 फरवरी को मामला दर्ज किया गया। जब त्यागी से पूछा गया कि एचआईवी संक्रमित इंजेक्शन कथित तौर पर कब लगाया गया तो उन्होंने कहा कि ये आरोप हैं और जांच के दौरान यह स्पष्ट हो जाएगा।