गर्म रोटी के लिए कहा तो गुस्से में बहू ने हंसिया लेकर कर दिए सास के टुकडे टुकडें,ऐसे किया कलयुगी बहू ने झगड़े का दर्दनाक अंत

यह दिल दहला देने वाला मामला दो साल पहले आज ही के दिन यानी 12 जुलाई 2022 को घटित हुआ था। एक बहू ने अपनी सास को इतनी बेरहमी से मारा कि उसे मौत की सजा सुनाई गई है। यह मामला रीवा के अतरैला इलाके का है, जहां कंचन कौल नाम की बहू ने अपनी सास सरोज कौल की 95 से ज्यादा चाकू के घावों से हत्या कर दी। कोर्ट ने इस जघन्य हत्या के मामले में कंचन को मौत की सजा सुनाई है। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में कंचन के पति बाल्मीकि कौल को भी आरोपी बनाया था, लेकिन सबूतों के अभाव में उसे बरी कर दिया।
घटना का विवरण
12 जुलाई 2022 को, रीवा के अतरैला में 50 साल की सरोज कौल अपने बेटे और बहू के साथ रहती थी। इस घर में आए दिन सास-बहू के बीच तू-तू मैं-मैं होती रहती थी। समय के साथ यह रिश्ते दुश्मनी में बदल गए थे। बहू कंचन ने अपनी सास के खिलाफ इतनी नफरत पाल ली थी कि उसने उसे मारने का फैसला कर लिया था।
सास-बहू का झगड़ा जानलेवा बन गया
इस दिन सास-बहू के बीच किसी बात पर झगड़ा हो गया। कंचन ने फिर रसोई में रखे हंसिये से अपनी सास पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। कंचन ने अपनी सास के शरीर पर 95 से ज्यादा वार किए, और तब तक हमला करती रही जब तक उसकी सास की साँसें थम नहीं गईं। इसके बाद कंचन ने शव के पास बैठकर मुस्कुराया और खुद भी खून से लथपथ हो गई। इस घटना के दौरान कंचन का पति बाल्मीकि कौल घर पर मौजूद नहीं था।
घटना के बाद की स्थिति
जब बाल्मीकि कौल घर लौटे तो उन्होंने अपनी मां को खून से सनी हुई फर्श पर पड़ा देखा। वह समझ नहीं पाए कि उनकी मां जिंदा थी या नहीं, और तुरंत उसे संजय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना किसी पड़ोसी ने पुलिस को दी थी, और पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद कंचन और उसके पति बाल्मीकि को गिरफ्तार किया। पुलिस की सख्त पूछताछ में कंचन ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि शादी के बाद पहले तो सब कुछ ठीक था, लेकिन धीरे-धीरे उसकी सास के साथ विवाद बढ़ने लगे। अंततः इसी नफरत ने उसे अपनी सास का कातिल बना दिया।
कोर्ट का फैसला
दो साल बाद, रीवा कोर्ट ने इस हत्याकांड के मामले में कंचन कौल को मौत की सजा सुनाई है। हालांकि, उसके पति बाल्मीकि कौल को कोर्ट ने साबित न होने के कारण बरी कर दिया।
यह मामला इस बात का उदाहरण है कि रिश्तों में जब शक, नफरत और तनाव की स्थिति बनी रहती है, तो कभी-कभी वह खतरनाक रूप ले लेती है, जैसे कि इस दिल दहला देने वाली हत्या में देखा गया।