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वाराणसी में जल्द खुलेगा एआई लैब, पीएमश्री राजकीय क्वींस इंटर कॉलेज छात्रों को मिलेगा भविष्य की तकनीकों का प्रशिक्षण

वाराणसी, 10 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में पहली बार किसी सरकारी विद्यालय में हाई-टेक रोबोटिक्स लैब की शुरुआत होने जा रही है। वाराणसी के प्रतिष्ठित क्वींस कॉलेज में तैयार की गई यह अत्याधुनिक लैब नए साल से छात्रों के लिए खोल दी जाएगी। इस परियोजना को कॉलेज के पूर्व छात्र और आईआईआईटी वडोदरा के निदेशक प्रो. धर्मेंद्र सिंह ने अपने प्रयासों से साकार किया है।
वाराणसी में जल्द खुलेगा एआई लैब, पीएमश्री राजकीय क्वींस इंटर कॉलेज छात्रों को मिलेगा भविष्य की तकनीकों का प्रशिक्षण

वाराणसी, 10 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में पहली बार किसी सरकारी विद्यालय में हाई-टेक रोबोटिक्स लैब की शुरुआत होने जा रही है। वाराणसी के प्रतिष्ठित क्वींस कॉलेज में तैयार की गई यह अत्याधुनिक लैब नए साल से छात्रों के लिए खोल दी जाएगी। इस परियोजना को कॉलेज के पूर्व छात्र और आईआईआईटी वडोदरा के निदेशक प्रो. धर्मेंद्र सिंह ने अपने प्रयासों से साकार किया है।

क्वींस कॉलेज के प्रिंसिपल सुमित कुमार श्रीवास्तव ने आईएएनएस से बातचीत में बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विजन है कि पूर्व छात्र अपनी क्षमता और विशेषज्ञता को अपनी मातृ संस्थानों के विकास के लिए समर्पित करें। इसी सोच के अनुरूप प्रो. धर्मेंद्र सिंह ने विद्यालय में अत्याधुनिक रोबोटिक्स लैब का निर्माण कराया है।

उन्होंने कहा कि यह प्रदेश के किसी भी सरकारी स्कूल में स्थापित होने वाली पहली रोबोटिक्स लैब है, जहां छात्र आधुनिक तकनीक से जुड़ी शिक्षा सीधे प्रयोग करके सीख सकेंगे।

नई लैब में छात्रों को रोबोट बनाना, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन निर्माण, इलेक्ट्रिक व्हीकल तकनीक और विज्ञान-प्रौद्योगिकी से जुड़े अन्य कौशलों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

प्रिंसिपल श्रीवास्तव ने बताया कि शुरुआती चरण में वाराणसी के 31 राजकीय स्कूलों के छात्रों को इस लैब में प्रशिक्षण मिलेगा। इसके बाद मंडल के चार अन्य जिलों के छात्रों को भी इसका लाभ देने की योजना है। इसी उद्देश्य से आईआईआईटी वडोदरा और क्वींस कॉलेज के बीच एक एमओयू साइन किया जा रहा है, जिसके तहत गुजरात से विशेषज्ञ टीम आकर ड्रोन तकनीक का प्रशिक्षण देगी।

लैब के शुभारंभ को लेकर छात्रों में भी काफी उत्साह है। छात्र गणेश ने बताया कि एआई लैब की मदद से उन्होंने पहले भी एक रोबोट बनाया था, लेकिन अब नई सुविधाओं के माध्यम से उसे और उन्नत रूप में विकसित कर सकेंगे।

उन्होंने कहा कि इस लैब से छात्रों को आधुनिक तकनीक के साथ प्रयोग करने और भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप खुद को तैयार करने का अवसर मिलेगा।

--आईएएनएस

एएसएच/एबीएम

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