यूपी: देवर के साथ थे अवैध संबंध तो कर दी पति की हत्या, एमपी के बागेश्वर धाम में छिपी लेकिन पुलिस ने दबोचा

कानपुर के खरेसा गांव में अप्रैल में हुई दिनेश अवस्थी की हत्या का खुलासा अब चौंकाने वाले मोड़ पर पहुंच गया है। पुलिस जांच में जो सच्चाई सामने आई है, उसने न सिर्फ कानून व्यवस्था को हिला दिया है, बल्कि पारिवारिक रिश्तों पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस हत्याकांड में पुलिस ने दिनेश की पत्नी पूनम उर्फ गुड़िया और उसके देवर मनोज अवस्थी को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों पर हत्या की साजिश रचने और उसे अंजाम देने का आरोप है।
हत्या का मामला: कैसे हुई थी वारदात?
अप्रैल माह में खरेसा गांव के निवासी दिनेश अवस्थी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। शुरू में यह मामला सामान्य प्रतीत हुआ, लेकिन जब पुलिस ने गहराई से जांच की, तो यह मामला हत्या का निकला। दिनेश की पत्नी पूनम और उसके देवर मनोज पर शक की सुई घूमने लगी। दोनों घटना के बाद गांव से फरार हो गए थे, जिससे पुलिस का शक और पुख्ता हो गया।
पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों पर ₹25,000-₹25,000 का इनाम घोषित किया और कई टीमों को उनकी तलाश में लगाया। जांच के दौरान सामने आया कि पूनम और मनोज के बीच अवैध संबंध थे। जब दिनेश को इस बात की भनक लगी, तो दोनों ने मिलकर उसकी हत्या करने की साजिश रची और उसे अंजाम दे डाला।
कैसे पकड़े गए आरोपी?
हत्या के बाद पूनम और मनोज ने गांव छोड़ दिया और फरार हो गए। पुलिस ने देशभर में कई जगहों पर छापेमारी की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इसी बीच पूनम ने बागेश्वर धाम से अपने किसी रिश्तेदार को फोन किया, जिससे उनका मोबाइल लोकेशन ट्रेस हुआ। पुलिस को जानकारी मिली कि दोनों मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बागेश्वर धाम में छिपे हुए हैं।
कानपुर पुलिस ने तत्काल एक टीम मध्य प्रदेश भेजी और वहां से दोनों को गिरफ्तार कर कानपुर लाया गया। गिरफ्तार करते वक्त दोनों किसी श्रद्धालु की तरह धार्मिक स्थल पर मौजूद थे।
आरोपियों की स्वीकारोक्ति: झूठ और सच की परतें खुलीं
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने दोनों से गहन पूछताछ की। इस दौरान मनोज ने पहले पूरी जिम्मेदारी खुद पर लेने की कोशिश की। उसने कहा, "भाभी पूनम ने किसी को नहीं मारा, सारा दोष मेरा है। पहले उन्होंने मुझे बांका (एक प्रकार का धारदार हथियार) मारा था, उसके बाद हम दोनों बागेश्वर धाम चले गए थे। भाभी पर भूत-प्रेत का साया है, इसलिए हम उन्हें वहां ले गए थे।"
लेकिन जब पूनम से पूछताछ की गई, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पूनम ने बताया कि उसके अपने देवर मनोज के साथ लंबे समय से अवैध संबंध थे और जब दिनेश ने इसका विरोध किया, तो दोनों ने मिलकर उसकी हत्या की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया। पूनम ने कहा कि हत्या के बाद वे डर गए थे, इसलिए बागेश्वर धाम में जाकर छिप गए।
पुलिस जांच में सामने आईं चौंकाने वाली बातें
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मनोज अवस्थी पर पहले से दो आपराधिक मामले दर्ज हैं, और यह तीसरा हत्या का केस है।
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पूनम पर यह पहला आपराधिक मामला है।
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दोनों ने हत्या के बाद पहचान छिपाकर धार्मिक स्थल की आड़ में भागने की कोशिश की।
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रिश्तों की मर्यादा को ताक पर रखकर देवर-भाभी ने मिलकर एक मासूम जीवन का अंत कर दिया।
समाज पर असर: रिश्तों की विश्वसनीयता पर सवाल
इस घटना ने समाज में पारिवारिक रिश्तों की पवित्रता और विश्वास पर गहरा आघात किया है। जिस महिला ने पत्नी और जिस पुरुष ने देवर होने का धर्म निभाना था, उन्होंने मिलकर एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या कर दी। हत्या की यह कहानी सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि रिश्तों में छुपे खतरनाक झूठ और छल की परतें भी उजागर करती है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। अब मामले में चार्जशीट तैयार की जा रही है और उम्मीद है कि जल्दी ही इस जघन्य अपराध में आरोपियों को कड़ी सजा मिलेगी। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि कभी-कभी सबसे बड़ा धोखा वहीं से मिलता है, जहां सबसे ज्यादा भरोसा होता है।