रोड़ साइड रोमियो से परेशान युवती ने लिखा सुसाइड नोट और खत्म कर ली अपनी जीवनलीला, रूला देगा सुसाइड नोट
क्राइम न्यूज डेस्क !!! जयपुर में 12वीं क्लास की एक लड़की ने आत्महत्या कर ली, जिससे पूरे इलाके में मातम छा गया. ये घटना तब की है जब मोना नाम की लड़की एक लड़के की धमकियों से परेशान होकर आत्महत्या करने पर मजबूर हो गई थी. घटना के वक्त मोना अपने घर में अकेली थी और उसने चुन्नी से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या करने से पहले उसने अपनी बहन को बताया कि वह एक लड़के की प्रताड़ना से बहुत परेशान थी जो उसका पीछा नहीं करता था और उसे धमकी देता था।
जयपुर में 12वीं की छात्रा ने की आत्महत्या
इस दुखद घटना के दौरान मोना के परिवार वाले घर पर नहीं थे। उसके पिता रामवतार जांगिड़ फर्नीचर की दुकान पर गए थे, जबकि उसकी मां, बड़ी बहन और छोटा भाई किसी काम से बाहर गए थे। घटना के वक्त मोना अकेली थी। दोपहर करीब 12 बजे जब सभी लोग घर से चले गए तो मोना ने अपने कमरे में फांसी लगा ली। एक घंटे बाद जब परिवार के लोग लौटे तो मोना का कमरा अंदर से बंद मिला। दरवाजा खटखटाने और आवाज देने पर जब मोना ने कोई जवाब नहीं दिया तो पड़ोसी दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे, जहां मोना का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ था.
आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया गया है
घटना की सूचना मिलने पर मुहाना पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और घटनास्थल का निरीक्षण किया। मृतक के पिता ने विष्णु शर्मा नाम के लड़के के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया है. रामवतार जांगिड़ के मुताबिक विष्णु शर्मा पिछले कई महीनों से मोना को परेशान कर रहा था. वह घर के पास काले पेड़ पर बैठ जाता और मोना का पीछा करता. साथ ही वह उसे मोबाइल पर बात करने के लिए मजबूर करता था.
धमकियों से परेशान होकर उठाया कदम
मृतक की बड़ी बहन राधा के मुताबिक मोना ने आत्महत्या से एक दिन पहले विष्णु शर्मा द्वारा प्रताड़ित करने की बात बताई थी। उसने यह भी खुलासा किया कि विष्णु ने उसे धमकी दी थी कि अगर वह उससे बात नहीं करेगी तो वह उसके पिता का एक्सीडेंट करवा देगा और उसके छोटे भाई को मार डालेगा। इन धमकियों से मोना इतनी परेशान हो गईं कि उन्होंने आत्महत्या करने का फैसला कर लिया।
समझाने के बाद भी उत्पीड़न बंद नहीं हुआ
मोना के पिता रामवतार जांगिड़ ने विष्णु शर्मा को कई बार समझाने की कोशिश की. जब पहली बार मोना ने परिवार को प्रताड़ना के बारे में बताया तो रामअवतार ने विष्णु को समझाया और ऐसा करने से मना किया। हालांकि, कुछ दिनों बाद विष्णु ने फिर से मोना को परेशान करना शुरू कर दिया। दूसरी बार भी जब मोना ने अपने पिता को बताया तो उन्होंने विष्णु को दोबारा बुलाया और समझाया, लेकिन वह नहीं रुका. आख़िरकार विष्णु की धमकियों और प्रताड़ना से तंग आकर मोना ने अपनी जान दे दी.