ऐसे आता है बर्फ का तूफान, पलभर में तबाही, कैमरे में कैद हुआ प्रकृति का भयानक रूप
हर साल बर्फीले तूफान सैकड़ों जानें ले लेते हैं। इन तूफानों को टेक्निकली एवलांच कहा जाता है। हिमालय की ऊंचाई वाली जगहों पर एवलांच आम बात है, लेकिन जब ऊंची चोटियों पर बहुत ज़्यादा बर्फ जमा हो जाती है तो ये और भी खतरनाक हो जाते हैं। बर्फ की परतें जम जाती हैं, और तेज़ दबाव में ये परतें खिसककर तेज़ी से नीचे बहने लगती हैं, और अपने रास्ते में आने वाली हर चीज़ को बहा ले जाती हैं।
उत्तराखंड में एवलांच: 47 मज़दूर दबे
शुक्रवार को उत्तराखंड के चमोली के माना गांव में एक ग्लेशियर टूट गया, जिसमें बॉर्डर रोड्स ऑर्गनाइज़ेशन (BRO) के 57 मज़दूर दब गए। दस मज़दूरों को बचा लिया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मज़दूर भारत-चीन बॉर्डर के पास चमोली के माना गांव के पास BRO के कंस्ट्रक्शन के काम में लगे थे। ग्लेशियर अचानक टूट गया, जिससे वहां मौजूद 57 मज़दूर फंस गए। हालांकि, 10 मज़दूरों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
एवलांच का वीडियो:
सोशल मीडिया पर एवलांच का एक वीडियो वायरल हो रहा है। हालांकि, यह वीडियो हिमाचल में हुए एवलांच का नहीं है। इसे किर्गिस्तान का बताया जा रहा है। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर @AMAZlNGNATURE नाम के एक अनजान अकाउंट से पोस्ट किया गया है। वीडियो के कैप्शन में बताया गया है कि किर्गिस्तान के तियान शान पहाड़ों में टूरिस्ट्स ने एवलांच का अनुभव किया है।
बर्फ़ीला तूफ़ान कैसे आया:
Unbelievable footage captured by tourists. Avalanche from the Tian Shan mountains in Kyrgyzstan…
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि पहाड़ की चोटी से अचानक बर्फ़ बहने लगती है। ऐसा लगता है कि जब बाढ़ आती है, तो पानी इतनी तेज़ी से बहता है कि अपने रास्ते में आने वाली हर चीज़ को तबाह कर देता है। यह बर्फ़ीला तूफ़ान भी कुछ इसी तरह होता हुआ लगता है। अचानक, हर जगह सिर्फ़ बर्फ़ ही बर्फ़ दिखाई देने लगती है।
एवलांच क्लाइमेट चेंज, भारी बर्फ़बारी या तेज़ आवाज़ की वजह से भी हो सकता है।
यूरोप और अमेरिका में ऐसे तूफ़ान आम हैं। हिमालय में बसे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड समेत नॉर्थईस्ट में भी समय-समय पर बर्फ़बारी का यह कहर देखने को मिलता है। इस राक्षस से बचा तो नहीं जा सकता, लेकिन नुकसान को कम ज़रूर किया जा सकता है।

