छोटे भाई को लेकर था विवाद, बड़े भाई का कर दिया मर्डर, दिल्ली में दर्दनाक हत्याकांड

दिल्ली के आउटर जिले के पश्चिम विहार वेस्ट थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां 27 वर्षीय सोहेल की उसके ही परिचितों ने चाकू और चापड़ से हमला कर बेरहमी से हत्या कर दी। यह हमला महज शक और पारिवारिक मनमुटाव के चलते हुआ, जिसने एक खुशहाल परिवार को बिखेर दिया। पीड़ित परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है, वहीं इलाके में इस घटना को लेकर भय और आक्रोश दोनों का माहौल है।
भरी गली में रिश्ते ने तोड़ा भरोसा, ले ली जान
पीड़ित परिवार और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सोहेल को उसी ने मौत के घाट उतार दिया जिसे वह "मामा" कहकर बुलाता था। 14 मई की रात जब यह वारदात हुई, तब सोहेल की बहन घर पर अकेली थी और परिवार के बाकी सदस्य अस्पताल में भर्ती उसके छोटे भाई को देखने गए हुए थे। हमलावरों ने पहले सोहेल पर जानलेवा हमला किया, फिर आरोप है कि उसकी बहन पर भी हमला करने की योजना थी। लेकिन पड़ोसियों ने रातभर जागकर बेटी की रक्षा की।
आर्थिक रूप से टूट गया परिवार
सोहेल एक मल्टीनेशनल कंपनी में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर काम करता था और तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। परिवार की आर्थिक ज़िम्मेदारी उसी के कंधों पर थी। उसकी मां और बहन की हालत इस घटना के बाद से गंभीर बनी हुई है। दोनों बार-बार बेहोश हो रही हैं। मां ने बताया कि सोहेल के ढेरों सपने थे – वह अपने भाई-बहनों को पढ़ा-लिखाकर आगे बढ़ाना चाहता था और परिवार को एक बेहतर जीवन देना चाहता था।
छोटा भाई भी अस्पताल में भर्ती, तीसरा रिश्तेदार भी घायल
वारदात के दौरान बीच-बचाव में सोहेल का 17 वर्षीय छोटा भाई भी हमले का शिकार हुआ। उसकी पसलियों में चाकू के कई वार किए गए हैं और वह अस्पताल में भर्ती है। इसके अलावा एक अन्य रिश्तेदार जो झगड़ा रोकने की कोशिश कर रहा था, वह भी घायल हुआ है और फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
जानिए क्या था विवाद का कारण
रिश्तेदारों और परिवार वालों ने बताया कि झगड़े की जड़ एक 16 वर्षीय लड़की की दोस्ती थी। आरोपियों को शक था कि उनके घर की लड़की का सोहेल के छोटे भाई से रिश्ता था। इस बात को लेकर उन्होंने कई बार चेतावनी भी दी थी कि लड़का लड़की से बात न करे या मिले नहीं। लेकिन मामला बढ़ता गया और इसी रंजिश का शिकार सोहेल को बना दिया गया।
"गलतफहमी और संकीर्ण सोच की वजह से ली गई जान" – सोहेल की मां
सोहेल की मां ने मीडिया से बातचीत में कहा, “ये कोई इतना बड़ा मैटर नहीं था कि किसी की जान ले ली जाए। पहले हम उन्हीं की गली में किराए पर रहते थे, और वहां से बच्चों के बीच बातचीत शुरू हुई। हमारी मझली बेटे की और उनकी बेटी की दोस्ती थी, लेकिन लड़की खुद फोन करती थी। हमने कहा भी कि अगर यह गलत है तो अपनी बेटी से फोन ले लो, लेकिन उन्होंने इनकार किया। उल्टा बोले कि तुम्हारे बेटे को कहो वह रिसीव न करे।”
मां ने यह भी खुलासा किया कि “14 मई की दोपहर बातचीत हुई थी कि 15 मई को बैठकर सब मिलकर मामला सुलझा लेंगे, लेकिन इन्होंने एक दिन भी इंतजार नहीं किया और उसी रात सोहेल को चाकू-चापड़ से मार डाला।”
डीसीपी आउटर का बयान और पुलिस की कार्रवाई
पश्चिम विहार वेस्ट थाने में हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। आउटर दिल्ली के डीसीपी सचिन शर्मा ने बताया कि पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। अभी तक आधिकारिक रूप से किसी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन जल्द ही फरार आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।
पुलिस अब मामले की हर एंगल से जांच कर रही है – मर्डर वेपन, कॉल डिटेल्स, प्रत्यक्षदर्शियों के बयान और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान और सटीक भूमिका को तय किया जा रहा है।
इलाके में दहशत, समाज में सवाल
इस घटना ने दिल्लीवासियों को झकझोर कर रख दिया है। एक मामूली सामाजिक विवाद, जिसे बातचीत और समझदारी से सुलझाया जा सकता था, वह खून-खराबे में तब्दील हो गया। जहां एक ओर युवा पेशेवर की जिंदगी खत्म हो गई, वहीं दूसरी ओर पूरा परिवार आर्थिक और मानसिक तौर पर तबाह हो गया।
सवाल यह है कि क्यों अब भी हमारे समाज में इतनी असहिष्णुता है कि एक रिश्ते की दोस्ती जानलेवा बन जाती है? क्या हमारा कानून-व्यवस्था तंत्र ऐसे मामलों को रोक पाने में पर्याप्त है?
निष्कर्ष
सोहेल की मौत सिर्फ एक व्यक्ति की हत्या नहीं है, यह उस समाज की विफलता है जहां रिश्तों में विश्वास नहीं रहा, बातचीत की जगह हिंसा ने ले ली है, और संदेह इतना गहरा है कि वह खून तक बहाने को तैयार है। यह घटना एक चेतावनी है – समाज, परिवार और प्रशासन तीनों को – कि समय रहते ऐसी सोच और हालातों पर काबू न पाया गया तो ऐसी कहानियां आम होती जाएंगी।
पुलिस ने जांच तेज कर दी है, लेकिन सवाल यह है कि क्या सोहेल के सपनों की भरपाई अब हो सकेगी?