दहेज में बोलेरो न मिलने पर दुल्हा भड़का, दुल्हन को जयमाला पर मारा जोरदार थप्पड़, फिर चारों तरफ से बरसने लगी कुर्सियां
शादी किसी भी लड़की की जिंदगी का सबसे खास दिन होता है — जहां वह नए जीवन की शुरुआत करती है, नए रिश्ते अपनाती है और अपनी पूरी दुनिया छोड़कर किसी और के नाम हो जाती है। लेकिन अगर उसी दिन सम्मान को ठेस पहुंचे तो क्या शादी जरूरी रह जाती है? उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के अतरौली क्षेत्र में ऐसी ही एक घटना ने पूरे गांव को झकझोर दिया। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत हो रही इस शादी में उस समय सनसनी फैल गई जब जयमाला की रस्म के दौरान दूल्हे ने अपनी ही दुल्हन को सबके सामने थप्पड़ मार दिया।
पर कहानी यहीं खत्म नहीं होती — दुल्हन सरला ने जिस हिम्मत और आत्मविश्वास से उस अपमान के बाद शादी से इनकार किया, वह अब समाज में चर्चा और प्रेरणा का विषय बन चुकी है।
शादी नहीं, आत्म-सम्मान पहले
14 दिसंबर को गंज भरावन से आई बारात में शुरू से ही अशांति का माहौल था। द्वारचार की रस्म के दौरान दूल्हे का छोटा भाई सतीश बैंड-बाजे को लेकर झगड़ने लगा। किसी तरह मामला शांत कराया गया, लेकिन जयमाला के समय जैसे ही माला पहनाई जा रही थी, दूल्हे ने गुस्से में दुल्हन को जोरदार थप्पड़ जड़ दिया। इस घटना ने पूरे माहौल को अशांत कर दिया। दुल्हन ने तुरंत फैसला लिया: "मैं इससे शादी नहीं करूंगी।" और बस, यही पल था जब एक युवती ने अपना आत्म-सम्मान पूरे समाज के सामने ज़िंदा रखा।
बाराती-घराती भिड़े, कई घायल
दूल्हे की इस हरकत के बाद दोनों पक्षों में ज़बरदस्त झगड़ा हुआ। दुल्हन के परिवार वालों को जमकर पीटा गया। दुल्हन के पिता का भांजा सूरज, मुकेश, अशोक, दामाद सतीश और साढ़ू की लड़की नैंसी तक घायल हो गईं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।पुलिस को जब घटना की सूचना मिली तो 112 की टीम मौके पर पहुंची और हालात को नियंत्रण में लिया। पुलिस ने बताया कि दूल्हा नशे की हालत में था और जयमाला से पहले ही विवाद की स्थिति बन चुकी थी।
पुलिस जांच और समाज में संदेश
इंस्पेक्टर मार्कण्डेय सिंह ने बताया कि मामले की जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना केवल एक पारिवारिक कलह नहीं, बल्कि एक महिला की आवाज और आत्म-सम्मान की पहचान है। इस घटना से एक बात साफ होती है — शादी एक समझौता नहीं, सम्मान का रिश्ता होना चाहिए। अगर रिश्ते की शुरुआत ही अपमान से हो, तो ऐसे रिश्ते का टूटना ही बेहतर है।

