दूल्हे ने बुक करवाया ऐसा बैंक्वेट हॉल, मच गया बवाल… दुल्हनिया लाने से पहले ही हो गया खून खराबा

उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रसड़ा कस्बे में दलित परिवार के साथ एक संगीन घटना सामने आई है, जो सामाजिक भेदभाव और जातिगत तनाव की गहरी समस्या को उजागर करती है। यहां एक शादी समारोह के दौरान दूल्हे और उसके परिवार पर लाठी-डंडों से लैस दो दर्जन से अधिक बदमाशों ने हमला कर दिया। परिवार के आरोप हैं कि हमलावरों ने केवल मारपीट ही नहीं की बल्कि जातिसूचक गालियां भी दीं, और यह हमला इस बात से नाराजगी जताने के लिए किया गया कि दलित होने के बावजूद दूल्हा बैंक्वेट हॉल बुक करा पाया।
घटना का विवरण
शादी की खुशियों के बीच, जैसे ही दूल्हा और उसके बाराती बैंक्वेट हॉल से बाहर निकले, अचानक बदमाशों का समूह वहां पहुंच गया। उन्होंने जमकर मारपीट की, जिससे कई लोग घायल हो गए, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। परिवार के सदस्य राघवेंद्र गौतम ने पुलिस को बताया कि हमला इसलिए किया गया क्योंकि उन्होंने बैंक्वेट हॉल में शादी का आयोजन किया था, जो कि हमलावरों की नजर में दलित परिवार के लिए गैरकानूनी था।
पुलिस की कार्रवाई
रसड़ा थाना पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है। हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस अधिकारी जांच प्रक्रिया में लगे हुए हैं ताकि जल्द से जल्द दोषियों को सजा मिल सके।
दलित समुदाय पर बढ़ते हमले
यह कोई अकेला मामला नहीं है। उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में दलित समुदाय के खिलाफ हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं। हाल ही में आगरा जिले में भी दलित दूल्हे को घोड़ी से उतारकर पीटा गया था। दलित अधिकार कार्यकर्ता इस बढ़ती हिंसा को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त कर रहे हैं और सरकार व प्रशासन से तत्काल सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं ताकि दलितों को सुरक्षित माहौल मिल सके और जातिगत भेदभाव की इस जड़ को खत्म किया जा सके।
सामाजिक संदेश
यह घटना हमारे समाज में व्याप्त जातिगत भेदभाव और हिंसा की निरंतर चुनौती को दर्शाती है। हर व्यक्ति को अपनी पसंद और अधिकार के साथ सम्मान मिलना चाहिए, चाहे उसकी जाति या वर्ग कोई भी हो। प्रशासन एवं समाज दोनों को मिलकर ऐसे घृणित कृत्यों को रोकने और समानता एवं न्याय के मूल्यों को मजबूत करने के लिए काम करना होगा।