बेटे के रील बनाने से था बाप नाराज, गुस्से में कर दी हत्या, शव को गड्ढे में दफनाकर फिर खुद भी कर ली आत्महत्या

जलगांव जिले के एरंडोल में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक पूर्व सैनिक पिता ने अपने ही बेटे की गला घोंटकर हत्या कर दी और फिर खुद भी आत्महत्या कर ली। यह चौंकाने वाली घटना गुरुवार को सामने आई, जब पिता की जेब से मिले सुसाइड नोट से इस दर्दनाक घटना का खुलासा हुआ। सुसाइड नोट में पिता ने लिखा था कि उसने अपने बेटे की हत्या कर दी और शव को दफना दिया। बताया जा रहा है कि बेटा सोशल मीडिया पर रील्स बनाने का काम करता था।
मृतक पिता विट्ठल पाटिल (50) और उसके बेटे हितेश पाटिल (22) का निवास एरंडोल के वृंदावन नगर में था। विट्ठल पाटिल, जोकि एक पूर्व सैनिक थे, अपने परिवार के साथ रहते थे। हालांकि, उनका बेटा हितेश उनसे अलग रहता था और सोशल मीडिया पर रील्स बनाने का काम करता था। परिवार वालों और पड़ोसियों के अनुसार, हितेश अक्सर अपने पिता के साथ दुर्व्यवहार करता था और कई बार उनके साथ मारपीट भी करता था। लगातार प्रताड़ना झेल रहे विट्ठल पाटिल ने आखिरकार एक खौफनाक कदम उठाया। उन्होंने अपने बेटे की गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को भवरखेड़ा गांव के पास एक नाले के किनारे दफना दिया। इसके बाद, पिता ने खुद भी आत्महत्या कर ली।
गुरुवार को पुलिस को विट्ठल पाटिल का शव मिला। उनके कपड़ों की तलाशी लेने पर जेब से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिसमें उन्होंने बेटे की हत्या और खुद की आत्महत्या की बात लिखी थी। नोट में उन्होंने उल्लेख किया था कि वह अपने बेटे से तंग आ चुके थे और इसी कारण उन्होंने यह कठोर कदम उठाया। पुलिस को इस पत्र से घटना की पुष्टि हुई और उन्होंने जांच शुरू कर दी।
हितेश पाटिल का शव गुरुवार को भवरखेड़ा स्थित नाले के पास मिला। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस को संदेह है कि हितेश की हत्या गला घोंटकर की गई, क्योंकि मौके से एक रस्सी भी बरामद हुई है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या रस्सी का उपयोग हत्या में किया गया था।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
फिलहाल, एरंडोल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है। इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। इस दुखद घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि पारिवारिक तनाव किस हद तक बढ़ सकता है। यह मामला घरेलू हिंसा और मानसिक तनाव के दुष्परिणामों को उजागर करता है, जिससे समाज को सतर्क होने की आवश्यकता है। पुलिस की आगे की जांच से और भी कई तथ्य सामने आ सकते हैं।