सहारनपुर में मासूम बच्ची की दर्दनाक हत्या, दादा-दादी और बुआ गिरफ्ता

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के गागलहेड़ी थाना क्षेत्र के कुतुबपुर कुसैनी गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां मात्र पांच महीने की मासूम बच्ची इशिका की हत्या कर दी गई। घटना की सनसनी तब और बढ़ गई जब पता चला कि यह वारदात बच्ची के अपने ही दादा-दादी और बुआ ने अंजाम दी है। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए अपराधियों को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया।
मासूम इशिका की निर्मम हत्या
मामला कुतुबपुर कुसैनी गांव का है जहां इशिका अपनी मां के बगल में सो रही थी। बुधवार की सुबह जब परिवार के सदस्य उठे तो उन्होंने देखा कि बच्ची का गला ब्लेड से रेत दिया गया है। इतने मासूम बच्चे की हत्या ने पूरे गांव को सकते में डाल दिया। इतना ही नहीं, हत्या इस कदर मास्टरमाइंड तरीके से की गई कि बच्ची की मां को भी रात में इस घटना का पता नहीं चल पाया। बताया गया कि बच्ची को रात के समय उठाकर किसी ने हत्या के लिए अलग ले जाया और फिर उसे वापस उसकी मां के पास ही छोड़ दिया गया।
दादा-दादी और बुआ पर आरोप
पुलिस की जांच में यह चौंकाने वाली बात सामने आई कि हत्या के पीछे परिवार में चल रही कलह थी। बच्ची के माता-पिता के बीच संबंध तनाव में थे। खासकर सास-ससुर की बहू से अनबन चल रही थी। पुलिस ने बताया कि सास-ससुर ने बहू को फंसाने के लिए मासूम बच्ची की हत्या करवा दी। जांच के दौरान पता चला कि बुधवार की रात बच्ची के साथ दादा-दादी और ननद भी घर में मौजूद थे।
पुलिस के अनुसार, हत्या के समय ससुर ने ब्लेड दिया और सास ने ही अपनी पोती का गला काटा। वहीं ननद ने इस घटना को चुपचाप देखती रही। पुलिस ने तुरंत दादा-दादी और बुआ को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की गहनता से जांच जारी है।
पुलिस का बयान और जांच प्रक्रिया
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर सबूत इकट्ठा किए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बच्ची की मां से पूछताछ के दौरान परिवार के बीच चल रहे विवादों और अवैध संबंधों की जानकारी मिली। इसी कारण से विवाद बढ़ा और मासूम की हत्या की साजिश रची गई।
पुलिस ने बताया कि बच्ची का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और जांच पूरी होने के बाद शव परिवार को सौंप दिया गया। उन्होंने कहा कि परिवार के अंदर चल रहे तनाव और घरेलू कलह इस दर्दनाक वारदात की मुख्य वजह बनी।
गांव में पसरा मातम और आक्रोश
मासूम इशिका की हत्या की खबर जैसे ही गांव में फैली, सभी लोग सदमे में आ गए। किसी को विश्वास नहीं हो रहा था कि बच्ची की हत्या उसके ही घर के लोग कर सकते हैं। ग्रामीणों ने इस घटना की कड़ी निंदा की और पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
गांव में यह चर्चा भी है कि घरेलू विवादों और रिश्तों में दरार ने इस निर्दोष बच्चे की जान ले ली। इस घटना ने परिवार और पूरे समाज के लिए एक बड़ा संदेश दिया है कि पारिवारिक झगड़ों का सबसे अधिक नुकसान सबसे कमजोर सदस्य को होता है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने मामले में गिरफ्तार आरोपी दादा-दादी और बुआ के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच तेज कर दी है। साथ ही पुलिस परिवार के अन्य सदस्यों से भी पूछताछ कर रही है ताकि हत्या की पूरी साजिश सामने आ सके। इस घटना ने एक बार फिर से घरेलू हिंसा और पारिवारिक कलह की जटिलताओं पर सवाल खड़ा कर दिया है।