Viral Video: अनिरुद्धाचार्य का नया बेतुका बयान - ‘ऑस्ट्रेलिया नहीं अस्त्रालय है’, लोग हंस-हंस कर लोटपोट
सोशल मीडिया पर एक बार फिर हलचल मची हुई है। इस बार वजह हैं अनिरुद्धाचार्य जी, जो हमेशा विवादों के केंद्र में रहते हैं। अपने सनसनीखेज और अजीब बयानों के लिए जाने जाने वाले अनिरुद्धाचार्य ने अब एक ऐसा दावा किया है जिसने लोगों को हंसाया भी है और हैरान भी किया है। उनका एक नया वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह ऑस्ट्रेलिया को "अस्त्रालय" का एक नया रूप बता रहे हैं। जी हां, उन्होंने दावा किया है कि रामायण काल में रावण, मेघनाद और वानर सेना के लाखों हथियार 10,000 किलोमीटर दूर फेंक दिए गए थे, और वह जगह बाद में "अस्त्रालय" से "ऑस्ट्रेलिया" बन गई। इस बयान के बाद इंटरनेट पर मीम्स की बाढ़ आ गई है और लोग अपने-अपने तरीके से प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
अनिरुद्धाचार्य का ऑस्ट्रेलिया के बारे में बेतुका बयान वायरल
धार्मिक उपदेशक अनिरुद्धाचार्य जी का एक नया वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में वह रामायण से जुड़ा एक ऐसा दावा दोहरा रहे हैं जिसने इंटरनेट पर लोगों को हैरान कर दिया है। अपने भाषण में अनिरुद्धाचार्य कहते दिख रहे हैं कि जब राम और रावण के बीच युद्ध हुआ था, तो उस युद्ध में रावण के एक लाख बेटे और डेढ़ लाख पोते मारे गए थे। इसके साथ ही युद्ध के मैदान में लाखों हथियार भी जमा हो गए थे।
ऑस्ट्रेलिया का नाम रामायण से जोड़ना
वह आगे कहते हैं कि युद्ध खत्म होने के बाद भगवान राम चिंतित हो गए कि अगर रावण और मेघनाद के शक्तिशाली हथियार गलत हाथों में पड़ गए तो उनका दुरुपयोग हो सकता है। इसलिए, भगवान राम ने अपनी वानर सेना को आदेश दिया कि वे इन हथियारों को ले जाएं और युद्ध के मैदान से लगभग 10,000 किलोमीटर दूर छोड़ दें।
इस तरह अस्त्रालय बना ऑस्ट्रेलिया
अनिरुद्धाचार्य दावा करते हैं कि वानर सेना ने भगवान राम का आदेश पूरा किया और उन सभी हथियारों को एक दूर देश में जमा कर दिया। उन्होंने इस जगह को "अस्त्रालय" कहा। उनके अनुसार, समय के साथ अस्त्रालय शब्द धीरे-धीरे बदल गया और ऑस्ट्रेलिया बन गया। जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर आया, लोगों की प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। हालांकि, ABP इस वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है। यह खबर सोशल मीडिया पर किए गए दावों पर आधारित है।
यूजर्स भड़के
कई यूजर्स ने वीडियो के बारे में मजेदार मीम्स बनाए और कहा कि यह इतिहास का एक नया वर्जन है। कुछ लोगों ने इसे मनोरंजन कहा, जबकि कई अन्य लोगों ने कहा कि ऐसे बयान देश की छवि खराब करते हैं और इतिहास के बारे में भ्रम फैलाते हैं। दूसरी ओर, अनिरुद्धाचार्य के समर्थक उनका बचाव कर रहे हैं, और बयान को आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक बता रहे हैं। यह वीडियो इंस्टाग्राम अकाउंट msrawat_uk_07 से शेयर किया गया था और अब तक लाखों लोग इसे देख चुके हैं।

