रेहड़ी लगाई, चखना बेचा…लेकिन एक गलती ने लड़कियों के सप्लायर को पहुंचा दिया जेल, जानें कैसे हुआ मामले का खुलासा

आपने अक्सर बॉलीवुड फिल्मों और टीवी सीरियलों में देखा होगा कि पुलिस किसी अपराधी को पकड़ने के लिए तरह-तरह के रूप धारण करती है। कभी वह फेरीवाली बन जाती है तो कभी कोर्ट के बाहर पान बेचने लगती है या फिर सुरक्षा गार्ड की नौकरी करने लगती है। जालौन में भी ऐसी ही घटना घटी है। यहां दिल्ली पुलिस का एक हेड कांस्टेबल कई दिनों से फेरी लगाकर चखना (शराब पीते समय खाया जाने वाला नाश्ता) बेच रहा था।
दरअसल, वह एक बदमाश की तलाश में था, जिस पर दिल्ली में वेश्यावृत्ति का आरोप था और जो शराब पीने का आदी था। वह बदमाश इन दिनों जालौन में नाम और पहचान बदलकर रह रहा था। आखिरकार हेड कांस्टेबल की मेहनत रंग लाई और रविवार को दिल्ली पुलिस ने पुख्ता सबूत जुटाकर उसे गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, इस बदमाश के खिलाफ पॉक्सो, अपहरण, बलात्कार और मानव तस्करी का मामला दर्ज किया गया है।
इस बदमाश को वर्ष 2019 में बाहरी दिल्ली इलाके से एक नाबालिग का अपहरण कर उसे वेश्यावृत्ति के लिए बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि बाद में वह जमानत पर बाहर आ गया और फरार हो गया। तभी से पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी थी। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के डीएसपी आदित्य गौतम के मुताबिक झांसी निवासी आरोपी अनिल कुमार को जालौन के रामनगर से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार जमानत पर बाहर आने के बाद आरोपी अनिल ने झांसी और निहाल विहार स्थित अपनी संपत्तियां बेच दी थीं।
इसके बाद वह अपना नाम और पहचान छिपाकर कभी पूर्वी उत्तर प्रदेश तो कभी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रह रहा था। उन्होंने बताया कि इसी दौरान हेड कांस्टेबल अजय को कुछ इनपुट मिले कि यह बदमाश जालौन में है। इसके बाद हेड कांस्टेबल खुद जालौन पहुंच गया और एक शराब की दुकान के बाहर ठेला लगाने लगा। चूंकि आरोपी शराब पीने का आदी था और प्रतिदिन शराब पीने के लिए इस स्थान पर आता था। इसलिए हेड कांस्टेबल ने यहीं से उसका सुराग तलाशना शुरू किया और पुख्ता सबूत जुटाने के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।