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प्राइवेट वीडियो शेयर करना अपराध, क्यों बढ़ रही है ऐसी घटनाओं पर चर्चा

प्राइवेट वीडियो शेयर करना अपराध: क्यों बढ़ रही है ऐसी घटनाओं पर चर्चा

सोशल मीडिया पर इन दिनों किसी के पर्सनल वीडियो लीक होने की खबरें तेजी से वायरल हो रही हैं। कई लोग बिना सोचे-समझे इस तरह की वीडियो को सर्च, डाउनलोड और फॉरवर्ड कर रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं? बिना अनुमति किसी की निजी वीडियो को शेयर करना भारतीय कानून में गंभीर अपराध है।

लोग इस बात को समझ ही नहीं रहे कि ऐसा करना न सिर्फ किसी की पर्सनल लाइफ तबाह कर सकता है, बल्कि इस कारण पीड़ित मानसिक तनाव, समाजिक अपमान और कई बार खुदकुशी तक के लिए मजबूर हो सकता है।

📌 क्यों है इतना खतरा?

  • प्राइवेट वीडियो में दिख रहे व्यक्ति की पहचान उजागर हो जाती है

  • उनकी इज्ज़त और सुरक्षा को जोखिम होता है

  • सोशल मीडिया पर गलत नाम जोड़ दिए जाते हैं

  • बिना जांच किए किसी निर्दोष को दोषी बना दिया जाता है

  • ट्रोलिंग, ब्लैकमेलिंग और साइबर क्राइम बढ़ता है

कई सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर भी इस कारण निशाने पर आ जाते हैं, जबकि उनका उस वीडियो से कोई संबंध ही नहीं होता।

⚖️ कानून क्या कहता है?

किसी की अनुमति के बिना निजी वीडियो या फोटो को शेयर, फॉरवर्ड या डाउनलोड करना निम्न धाराओं के तहत दंडनीय है:

कानून अपराध सजा
IT Act 2000 - Sec 66E प्राइवेसी का उल्लंघन 3 साल की जेल + जुर्माना
IPC Sec 354C (Voyeurism) महिला की निजी वीडियो फैलाना 3-7 साल की सजा
IPC Sec 509 महिला की प्रतिष्ठा भंग 3 साल तक की जेल
POCSO Act नाबालिग से जुड़ी सामग्री 7 साल से आजीवन सजा

🛑 ध्यान रहे:
वीडियो डाउनलोड करना भी अपराध है। सिर्फ शेयर नहीं, देखने और सेव करने पर भी कार्रवाई हो सकती है।

🙏 क्या करें और क्या न करें

✔ यदि ऐसी कोई सामग्री दिखे, तुरंत रिपोर्ट करें
✔ किसी भी व्यक्ति को लेकर अफवाह न फैलाएं
✔ पीड़ित की पहचान छुपाना हर नागरिक का कर्तव्य है

✘ किसी की वीडियो वायरल न करें
✘ किसी का नाम उससे जोड़कर पोस्ट न करें
✘ स्कैम लिंक और फेक ग्रुप से दूर रहें

📢 याद रखें

👉 इंटरनेट पर 1 क्लिक, किसी की पूरी जिंदगी तबाह कर सकता है।
👉 किसी की प्राइवेसी आपकी मनोरंजन की चीज़ नहीं।

इसलिए अगर आप भी इस तरह की वीडियो को सर्च कर रहे हैं… तुरंत रुक जाएं!
कानून कड़ा है—डिजिटल अपराध के निशान कभी नहीं मिटते।

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