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महाराष्ट्र से आया शर्मनाक मामला, पत्नी की अश्लील वीडियो व्हाट्सएप स्टेटस पर लगाया, पति के खिलाफ FIR दर्ज

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महाराष्ट्र के यवतमाल जिले से एक हृदयविदारक और सनसनीखेज हत्याकांड का मामला सामने आया है। यहां एक महिला प्रधानाध्यापिका ने अपने शिक्षक पति को जहर देकर मौत के घाट उतार दिया। हत्या का कारण पति की शारीरिक प्रताड़ना, अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करना और आए दिन की मारपीट बताया जा रहा है। इस घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है।

हत्या, ब्लैकमेलिंग और जले हुए शव की कहानी

घटना की शुरुआत 15 मई को यवतमाल के चौसला पहाड़ी क्षेत्र में एक अधजले शव के मिलने से हुई। पुलिस को शव की पहचान करने में परेशानी हो रही थी, लेकिन गहन छानबीन के बाद यह रहस्य उजागर हुआ। मृतक की पहचान शांतनु देशमुख (32) के रूप में हुई, जो लोहरा के सुयोगनगर का निवासी और एक शिक्षक था। जब पुलिस ने शांतनु के दोस्तों और परिजनों से पूछताछ की, तो शक की सुई सीधा उसकी पत्नी निधि (23) पर गई, जो एक स्थानीय स्कूल में प्रधानाध्यापिका है।

 पत्नी का कबूलनामा: ब्लैकमेलिंग से तंग आकर दी ज़हरीली मौत

पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद निधि ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसका कहना था कि शांतनु रोज शराब पीकर उससे मारपीट करता था। इसके अलावा वह निधि के अश्लील वीडियो बनाता और उसे धमकाता था कि अगर उसने विरोध किया तो वह वीडियो सार्वजनिक कर देगा। इस प्रताड़ना से तंग आकर निधि ने एक दिन अपने पति को बनाना शेक में जहर मिलाकर पिला दिया। जब पति की मौत हो गई, तो निधि ने शव को छिपाने और साक्ष्य मिटाने के लिए एक और चौंकाने वाला कदम उठाया।

तीन नाबालिग छात्रों से शव ठिकाने लगवाया

निधि ने अपने ट्यूशन में पढ़ने वाले तीन नाबालिग छात्रों को विश्वास में लेकर हत्या की योजना का अगला चरण अंजाम दिया। रात के अंधेरे में वह तीनों छात्रों को लेकर पति का शव चौसला के जंगल में ले गई। वहां उसने शव पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी, ताकि पहचान न हो सके और हत्या का राज दबा रहे।

पुलिस ने किया हत्याकांड का खुलासा

हालांकि, स्थानीय सूत्रों और सुरागों की मदद से पुलिस ने इस पूरे मामले को सुलझा लिया। शव की पहचान के बाद जब जांच निधि तक पहुंची, तो सच्चाई सामने आ गई। पुलिस ने आरोपी पत्नी निधि को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही तीनों नाबालिग छात्रों से पूछताछ की जा रही है। नाबालिग होने की वजह से उनके खिलाफ कार्रवाई जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत की जाएगी।

निष्कर्ष: रिश्तों की दर्दनाक टूटन

यह मामला रिश्तों के टूटने और घरेलू हिंसा की भयावहता का जीता-जागता उदाहरण है। जहां एक ओर पत्नी ने आत्मरक्षा के नाम पर अपराध किया, वहीं कानून हाथ में लेना और बच्चों को इसमें घसीटना एक और बड़ा अपराध बन गया। इस घटना ने समाज में घरेलू हिंसा, मानसिक प्रताड़ना और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस की तत्परता से मामला सुलझ गया, लेकिन यह घटना हमेशा एक कड़वी याद बनकर रह जाएगी।

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