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हसीन सपने दिखाकर भेजा विदेश और फिर पीछे से रच डाली खौफनाक साजिश, पुलिस ने ऐसे किया आरोपी का भंडाफोड़

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पंजाब के मानसा शहर में रहने वाला यह शख्स हसीन सपनों के जाल में ऐसा फंसा कि सही-गलत में फर्क करना भूल गया। साजिश का यह जाल 5 नवंबर को मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट से शुरू हुआ। उसी दिन नवजोत सिंह नाम के इस शख्स को टूरिस्ट वीजा पर केन्या भेजा गया। आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के मुताबिक केन्या पहुंचने के बाद नवजोत करीब 15 दिन वहां रहा। यहीं पर नवजोत की मुलाकात एक ऐसे शख्स से हुई जिसने न सिर्फ उसके पासपोर्ट पर फर्जी शेंगेन वीजा चिपकाया बल्कि उस पर फर्जी इमिग्रेशन स्टैंप भी लगा दिया।

ऐसा करने के पीछे उसका मकसद नवजोत की फर्जी ट्रैवल हिस्ट्री बनाकर आगे की राह आसान करना था। पूरी साजिश का मास्टर नवजोत ही था ऐसा नहीं था कि नवजोत को नवजोत के इरादों के बारे में पता नहीं था, लेकिन वह अपने मीठे सपनों में इतना खोया हुआ था कि उसे उस वक्त सब कुछ सही लग रहा था। इसी फर्जी शेंगेन वीजा की मदद से वह इस्तांबुल (तुर्की) और मैड्रिड (स्पेन) होते हुए मैक्सिको पहुंचने में भी कामयाब हो गया। करीब पांच दिन मैक्सिको में रहने के बाद नवजोत एक नए सफर पर निकल पड़ा।

लेकिन, इस सफर में किस्मत ने नवजोत का साथ छोड़ दिया। कई दिनों तक जंगलों में भटकने के बाद जैसे ही वह अमेरिका की सीमा पर पहुंचा, वहां की सुरक्षा एजेंसियों ने उसे गिरफ्तार कर लिया। करीब पांच महीने जेल में रहने के बाद अमेरिकी एजेंसियों ने नवजोत को दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर डिपोर्ट कर दिया, जहां उसे एक बार फिर गिरफ्तार कर लिया गया।

आखिरकार मास्टरमाइंड पुलिस के हत्थे चढ़ गया

आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस की पूछताछ में नवजोत ने खुलासा किया कि इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड पंजाब के पटियाला का रहने वाला जगजीत सिंह उर्फ ​​जग्गा है। जग्गा ने अमेरिका भेजने के नाम पर उससे 41 लाख रुपये ऐंठ लिए थे। साथ ही जग्गा के इशारे पर केन्या से अमेरिका तक का सारा इंतजाम किया गया था। नवजोत के इस खुलासे के बाद एयरपोर्ट पुलिस ने जगजीत सिंह उर्फ ​​जग्गा को गिरफ्तार कर लिया है।

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