Samachar Nama
×

सनातन धर्म लाखों वर्ष पुराना, टीएमसी विधायक पब्लिसिटी के लिए दे रहे विवादित बयान : राम कदम

मुंबई, 19 दिसंबर (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) विधायक मदन मित्रा के कथित तौर पर भगवान राम को मुस्लिम बताने वाले बयान को लेकर बवाल मचा हुआ है। गुरुवार को भाजपा विधायक राम कदम ने उन पर निशाना साधा और सुर्खियों में आने के लिए ऐसे बयान देने का आरोप लगाया।
सनातन धर्म लाखों वर्ष पुराना, टीएमसी विधायक पब्लिसिटी के लिए दे रहे विवादित बयान : राम कदम

मुंबई, 19 दिसंबर (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) विधायक मदन मित्रा के कथित तौर पर भगवान राम को मुस्लिम बताने वाले बयान को लेकर बवाल मचा हुआ है। गुरुवार को भाजपा विधायक राम कदम ने उन पर निशाना साधा और सुर्खियों में आने के लिए ऐसे बयान देने का आरोप लगाया।

भाजपा विधायक राम कदम ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "कुछ लोग सुर्खियों में आने के लिए ऐसी बयानबाजी करते हैं। हमारे आराध्य भगवान राम त्रेता युग में आए। अब त्रेता युग और सनातन धर्म लाखों वर्ष पुराने हैं। हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, लेकिन इतिहास के पन्नों पर भी इस्लाम करीब 1450 वर्ष पहले आया। टीएमसी विधायक का या तो इस मामले में अध्ययन कम है, या फिर वे सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं।"

भाजपा विधायक ने संसद के शीतकालीन सत्र के स्थगन पर कहा, "सदन के लिए आम नागरिकों के करोड़ों रुपए खर्च होते हैं। आम जनता चाहती है कि सदन में बिल को लेकर चर्चा हो। हम भी चाहते थे कि बिल को लेकर विपक्ष की तरफ से सुझाव आए। सरकार उन सुझावों का स्वागत करने के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष को चर्चा नहीं, सिर्फ संसद का समय बर्बाद करना है।"

उन्होंने संसद सत्र के दौरान लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के विदेश दौरे पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी का व्यवहार संदेह के घेरे में है। हर सांसद सदन का बेसब्री से इंतजार करता है, लेकिन वे सदन छोड़कर विदेश जाते हैं। यह उनका निजी मामला है, लेकिन वहां जाकर वे देश के खिलाफ बोलते हैं, जो बिल्कुल गलत है।"

राम कदम ने विपक्ष सांसदों द्वारा सदन में 'विकसित भारत जी-राम जी' की प्रति फाड़कर फेंकने की घटना को निंदनीय बताया।

वहीं, दूसरी तरफ भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने भी विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "एक समय था जब कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी के सत्य और अहिंसा के आदर्शों पर चलने का दावा करती थी। आज, राहुल गांधी के नेतृत्व में यह पार्टी गरिमाहीन व्यवहार पर उतर आई है। वे एक ऐसा बिल उठाते हैं जिसमें भगवान राम का जिक्र है और उसे फाड़ देते हैं। क्या देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी से ऐसे ही व्यवहार की उम्मीद थी? पार्टी को इस बात पर आपत्ति है कि बिल में भगवान राम का नाम किस तरह से आया है।"

--आईएएनएस

एससीएच/एएस

Share this story

Tags