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घर में मिला 500 के 'नोटों' का अंबार... ये करंसी न तो असली है, न नकली, फिर है क्या, जांच में खुला राज

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कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से नकली नोट छापने का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां 23 वर्षीय युवक कृष माली को कमर्शियल स्ट्रीट पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ने होटल के कमरे में बैठकर 500 रुपये के नकली नोट छापे और इन्हीं नकली नोटों से होटल बिल का भुगतान भी कर दिया। इस चौंकाने वाली घटना का खुलासा तब हुआ जब होटल का रूम बॉय कमरे की सफाई करने पहुंचा और उसे डस्टबिन में कटे-फटे नकली नोट मिले। शक होने पर होटल प्रबंधन ने नोटों की जांच कराई और असली-नकली की पोल खुल गई। होटल मैनेजर ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को उसकी पहचान और दस्तावेजों के आधार पर गिरफ्तार कर लिया।

परिवार से विवाद के बाद बनाया खतरनाक प्लान

आरोपी कृष माली एक स्थानीय कपड़ा व्यवसायी का बेटा है। पुलिस पूछताछ में उसने खुलासा किया कि उसका अपने घरवालों से पैसों को लेकर विवाद हो गया था, जिसके बाद घरवालों ने उसे खर्च देना बंद कर दिया। आर्थिक संकट में फंसे कृष ने अपराध की राह पकड़ ली और नकली नोट छापकर अपनी जरूरतें पूरी करने की योजना बना ली।

ऑनलाइन होटल बुकिंग, बैग में प्रिंटर-स्कैनर लेकर पहुंचा

आरोपी ने 1 जून को ऑनलाइन माध्यम से एक होटल का कमरा बुक किया था। वह अपने बैग में प्रिंटर और स्कैनर लेकर होटल पहुंचा। वहां उसने आराम से बैठकर 500 रुपये के नोटों की स्कैनिंग और प्रिंटिंग की। कृष ने कमरे में लगभग एक सप्ताह तक ठहरकर नकली नोट तैयार किए। 7 जून को जब उसने होटल से चेकआउट किया, तो उसने फर्जी नोटों से ही होटल बिल का भुगतान भी कर दिया। उस समय किसी को शक नहीं हुआ।

सफाई के दौरान फूटा फर्जीवाड़े का राज

होटल से आरोपी के चेकआउट करने के बाद जब रूम बॉय कमरे की सफाई करने पहुंचा, तो डस्टबिन में पड़े कुछ नोटों और कटी-फटी चादरों पर बिखरे नोटों के टुकड़ों को देखकर उसे शक हुआ। उसने तुरंत होटल मैनेजर मोहम्मद शरीफउद्दीन को इसकी जानकारी दी। मैनेजर ने आरोपी द्वारा दिए गए पैसों की जांच करवाई, जिसके बाद नोट नकली पाए गए। होटल स्टाफ ने तत्काल कमर्शियल स्ट्रीट थाने में शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस ने दस्तावेजों के आधार पर की गिरफ्तारी

आरोपी ने होटल में चेक-इन करते समय अपना आधार कार्ड और पता दर्ज कराया था। पुलिस ने उसी विवरण के आधार पर कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक कलर प्रिंटर, स्कैनर, कागज, इंक, और दर्जनों फर्जी नोट बरामद किए गए हैं।

पुलिस जांच जारी, अन्य कड़ियों की भी तलाश

कमर्शियल स्ट्रीट थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी अकेले ही यह काम कर रहा था या उसके पीछे कोई संगठित गिरोह है, इस पहलू की भी जांच की जा रही है। पुलिस आरोपी के डिजिटल डिवाइस, मोबाइल, लैपटॉप आदि की भी जांच कर रही है कि कहीं उसने इन नकली नोटों को बाजार में खपाने की कोशिश तो नहीं की।

क्या है कानून में सजा?

भारतीय दंड संहिता (IPC) और नकली मुद्रा अधिनियम के तहत नकली नोट छापना गंभीर अपराध है। इस अपराध में 7 साल से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है, साथ ही भारी जुर्माना भी लगाया जा सकता है।

समाज के लिए चेतावनी

यह मामला न केवल कानून व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि आज की युवा पीढ़ी मामूली मानसिक तनाव में भी गलत राह पकड़ सकती है। पारिवारिक विवादों और आर्थिक तंगी से उबरने के लिए अपराध को रास्ता बनाना बेहद घातक साबित हो सकता है। बेंगलुरु में एक युवक द्वारा होटल के कमरे में बैठकर नकली नोट छापने की यह घटना साफ दिखाती है कि अपराध की नई-नई तरकीबें किस तरह से उभर रही हैं। सौभाग्य से, होटल स्टाफ की सतर्कता और पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने इस मामले को गंभीर वित्तीय नुकसान में बदलने से पहले ही रोक लिया। अब पुलिस इस पूरे रैकेट की गहराई से जांच कर रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

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