राष्ट्र से जुड़े मुद्दों पर वैचारिक असहमति देश के हित में नहीं: नीरज कुमार
पटना, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। जनता दल (यूनाइटेड) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने सोमवार को राजद नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तेजस्वी दागी हैं, इसीलिए जनता ने विधानसभा चुनाव में उन्हें नकार दिया। जदयू प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड बनाया और 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। बिहार की जनता ने अपना भरोसा नीतीश कुमार के काम पर जारी रखा है।
आईएएनएस के साथ बातचीत में नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव को ज्ञान की जरूरत है।
जदयू प्रवक्ता का यह बयान उस वक्त आया है जब एक इंटरव्यू के दौरान तेजस्वी यादव ने एनडीए की बिहार विधानसभा चुनाव में जीत को ‘मशीनरी से जीत’ बताया।
नीरज कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी यादव को बहुत देर हो गई। 21 दिन बाद एक इंटरव्यू में दिखे और फरेब की खेती शुरू कर दी। जिन सीटों पर वे बहुत कम वोटों से जीते, वहां चुनाव आयोग ठीक था, लेकिन चुनाव हार गए तो यह हार मशीनरी की वजह से हुई। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सहायता राशि दी गई तो वह घूस है। जदयू प्रवक्ता ने कहा कि तेजस्वी यादव अपनी विफलता छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। ज्ञान को कैदखाने में मत डालिए।
इंडिगो की फ्लाइट्स का जिक्र करते हुए जदयू नेता ने कहा कि लगातार रुकावटें आने की वजह से देशभर में यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है। यह समस्या इसलिए उत्पन्न हुई है, क्योंकि देश की अधिकांश उड़ानें इंडिगो सहित निजी एयरलाइंस ही संचालित करती हैं। हमें उम्मीद है कि केंद्र सरकार इस मामले में सक्रिय हस्तक्षेप करेगी और इंडिगो भी स्थिति को जल्द से जल्द सामान्य करने के लिए सकारात्मक रुख अपनाएगी।
वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने के बारे में जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि यह हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। इस विषय पर संसद में चर्चा होनी चाहिए, लेकिन इसे विवाद का मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए। वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, मनभेद नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्र से जुड़े मुद्दों पर वैचारिक असहमति देश के हित में नहीं है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घुसपैठ वाले बयान पर नीरज कुमार ने कहा कि यह देश कोई धर्मशाला नहीं है। नेपाल और बांग्लादेश से आने वाले लोग भारत की नागरिकता क्यों लें? हमारे संसाधनों पर विदेशी लोग अधिकार नहीं जमा सकते। घुसपैठिया कोई भी हो, देश हमारा है। यह देश धर्मशाला नहीं है कि कोई भी आकर यहां बस जाए।
--आईएएनएस
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