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बीच बचाव करने गए पुलिसकर्मी की मोहल्लेवालों ने जमकर की पिटाई, जानें पूरा मामला
 

यूपी की हरदोई पुलिस की पिटाई से युवक की मौत का आरोप है, मृतक के परिवार का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से युवक की मौत हुई है. इस मामले में परिजनों ने डीएम से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक न्याय...
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क्राइम न्यूज डेस्क !! यूपी की हरदोई पुलिस की पिटाई से युवक की मौत का आरोप है, मृतक के परिवार का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से युवक की मौत हुई है. इस मामले में परिजनों ने डीएम से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक न्याय की गुहार लगाई. इसके बाद मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद शव को कब्र से बाहर निकाला गया और पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. वहीं, पुलिस ने परिजनों के आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है. भूल को संरक्षित किया गया है. रिपोर्ट के आधार पर जल्द ही आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

हरियावां थाना क्षेत्र के कमलापुर मजरा अरुआ की कमला देवी पत्नी सुरेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री, डीएम और एसपी को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि उनका बेटा नीरज शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर है और दवा के सहारे जी रहा है। छह मार्च को गांव की मीना पत्नी महिपाल ने थाने में अर्जी देते हुए नीरज की शिकायत की थी, जिस पर थाने के दो सिपाही उसे गिरफ्तार करने आये और पीटते हुए थाने ले गये. उनकी मां कमला देवी ने आगे बताया था कि उनके बीमार बेटे को थाने में पीटा गया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई और पुलिस ने उसे उसी दिन शाम को छोड़ दिया.

आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की

कमला का कहना है कि नीरज की हालत देखकर उन्होंने एक निजी अस्पताल में इलाज शुरू कराया। 13 मार्च को खुद नीरज ने पुलिस के ऐसे व्यवहार की ऑनलाइन शिकायत की थी, लेकिन अगले ही दिन गुरुवार को नीरज की मौत हो गई. कमला का आरोप है कि उनके बेटे की मौत पुलिस की पिटाई से हुई है, उन्होंने पोस्टमार्टम कराने की मांग की, लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी और बिना पोस्टमार्टम कराए ही शव को दफना दिया. उसकी मां कमला देवी ने परिवार के साथ शुक्रवार को मुख्यमंत्री, डीएम और एसपी को शिकायती पत्र देकर दोषी पुलिस कर्मियों और मीना के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। नीरज की मां कमला देवी की मांग पर गांव के बाहर दफनाए गए नीरज के शव को रविवार को कब्र से खोदकर निकाला गया। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम कराया है।

पुलिस ने कहा कि आरोप झूठा है

अपर पुलिस अधीक्षक मार्तंड प्रकाश ने इस मामले में सफाई देते हुए बताया कि मृतक की भाभी ने एक शिकायती पत्र दिया था. ऑनलाइन आईजीआरएस के माध्यम से प्राप्त शिकायती पत्र में उन्हें पूछताछ के लिए पुलिस के पास बुलाया गया था. पुलिस पर पिटाई के आरोप निराधार हैं क्योंकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण सामने नहीं आया है और न ही बिसरा सुरक्षित किया गया है। कहा जा रहा है कि जल्द ही बिसरा को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जाएगा और रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। किया जायेगा।

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