Instagram के स्टेटस में थी जली लाश की मर्डन मिस्ट्री में उलझी पुलिस, जंगल में मिली लाश बनी पहेली
क्राइम न्यूज डेस्क !!! एक कहावत तो सभी ने सुनी होगी कि अगर किसी चीज के कुछ नुकसान होते हैं तो उसके कुछ फायदे भी होते हैं। उदाहरण के तौर पर पिछले कुछ सालों से सोशल मीडिया पर सिर्फ इसलिए बुरी खबरें आ रही हैं क्योंकि लोग इसमें फंसकर सब कुछ बर्बाद कर रहे हैं। लेकिन इसी सोशल मीडिया के जरिए पुलिस कई बार ऐसे उलझे हुए मामले भी सुलझा लेती है, जिसका कोई सबूत नहीं होता और न ही कोई सुराग पुलिस के हाथ लगता है. और अपराधी बेफिक्र होकर अपनी आजाद जिंदगी गुजारता है।
एक ऐसा मर्डर जिसने पुलिस की चेन छीन ली
दरअसल, महाराष्ट्र पुलिस ऐसे ही एक सनसनीखेज हत्याकांड की उलझी पहेली को महज एक इंस्टाग्राम स्टेटस स्टोरी से सुलझाने में कामयाब रही। यह अद्भुत कहानी महाराष्ट्र के पुणे से सामने आई है। इसके साथ ही पुलिस उस शख्स को भी पकड़ने में कामयाब रही जिसने हत्या की एक वारदात को अंजाम देकर पुलिस की नींद उड़ा दी थी. इस हत्या की कहानी का सबसे आश्चर्यजनक पहलू यह है कि हत्या के आरोपी ने पुलिस को मूर्ख समझ लिया था और उसी तरह पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की थी जैसे फिल्म दृश्यम में अजय देवगन का किरदार था। लेकिन उसकी एक गलती ने ही उसे पुलिस के शिकंजे में पहुंचा दिया।
एक अपराध दूसरे अपराध की मुखबिरी करता है
पुलिस को महाराष्ट्र और गुजरात की सीमा से लगे जंगलों में एक जला हुआ शव मिला. पुलिस को शव के पास से न तो कुछ ऐसा मिला जिससे शव की पहचान हो सके और न ही हत्यारे का पता बता सके. फिर पुलिस ने अपने तरीके से मामले की जांच शुरू की. हालांकि पुलिस कदम तो उठा रही थी, लेकिन उसे कोई सुराग या कोई चश्मदीद नहीं मिल रहा था. अंधेरे में भटकते हुए पुलिस को एक दिन अचानक रोशनी दिखी, जब उनके इलाके में गोलीबारी हुई. दरअसल, जब पुलिस इस जली हुई लाश की गुत्थी सुलझाने में उलझी हुई थी, तभी चाकन इलाके में गोलीबारी हो गई. यह गोलीकांड पुलिस के लिए वरदान साबित हुआ क्योंकि उस घटना के सिलसिले में अमर नामदेव नाम का बदमाश पुलिस के हाथ लग गया.
गोलीकांड का आरोपी हत्यारा निकला
जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो जो खुलासा हुआ उसने पुलिस को चकमा दे दिया, क्योंकि आरोपी अब पुलिस के सामने खड़ा था और उसने खुद ही ये बात पुलिस को बताई. पुलिस ने बस अपना असली चेहरा दिखाने का काम किया, जिसके डर से अमर ने हत्या की पूरी कहानी पुलिस को रट्टू टोटे की तरह सुना दी. उसने बताया कि उसने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर 18 वर्षीय आदित्य युवराज भांगरे की हत्या कर दी और उसके शव को जंगल में ले जाकर जला दिया.
शव को जंगल में जला दिया गया
उसी अमर नामदेव ने पुलिस को बताया कि चाकन में हुई गोलीबारी के जिस आरोपी की पुलिस तलाश कर रही है, उसका नाम राहुल पवार है, जो उस हत्याकांड का असली मास्टरमाइंड है और उसी राहुल पवार ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर पहले आदित्य का अपहरण किया. और फिर तार से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई. इसके बाद उसके शव को जंगल में ले जाकर जला दिया गया. जब पुलिस ने अमर को गिरफ्तार किया तो उसने एक और खुलासा किया कि वह आदित्य ही था जिसने रितेश पवार की लाश की कहानी इंस्टाग्राम पर स्टेटस के तौर पर पोस्ट की थी. क्योंकि करीब तीन माह पहले रितेश पवार की हत्या कर दी गई थी.
इंस्टाग्राम स्टोरी में दिखी लाश
रितेश के भाई राहुल पवार को अपने भाई का शव तो नहीं मिला लेकिन आदित्य के इंस्टाग्राम स्टेटस में उनका शव और एक कहानी दिखाई दी। तभी राहुल को लगा कि हत्या में आदित्य का हाथ है, इसलिए राहुल ने अमर और अन्य साथियों के साथ मिलकर पहले आदित्य भांगरे का अपहरण किया और फिर उसकी हत्या कर दी. इतना ही नहीं, पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी आदित्य भांगरे का मोबाइल फोन गोवा ले गए थे, ताकि मोबाइल फोन की लोकेशन से पुलिस भ्रमित हो जाए. इस हत्याकांड का मुख्य मास्टरमाइंड राहुल पवार अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है, पुलिस उसकी तलाश कर रही है.