पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 'ड्राफ्ट वोटर लिस्ट' का मंगलवार को प्रकाशन
नई दिल्ली, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के बाद पश्चिम बंगाल, राजस्थान, गोवा, पुडुचेरी और लक्षद्वीप की 'प्रारूप मतदाता सूचियां' (ड्राफ्ट वोटर लिस्ट) मंगलवार को प्रकाशित की जाएंगी। इनके प्रकाशन के साथ ही मतदाता सूची की पुनरीक्षण प्रक्रिया औपचारिक रूप से आगे बढ़ेगी।
चुनाव आयोग की मानें तो संबंधित राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) और जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को प्रारूप मतदाता सूचियों की हार्ड कॉपी उपलब्ध कराएंगे, ताकि प्रारूप में अगर कोई त्रुटि या आपत्ति होती है तो निर्धारित समयसीमा के भीतर उसे दर्ज कराया जा सके।
इसके साथ ही पारदर्शिता और आम जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रारूप मतदाता सूची को सीईओ और डीईओ की आधिकारिक वेबसाइटों पर भी अपलोड किया जाएगा। इसके अलावा, मतदाता सूचियों के साथ-साथ अनुपस्थित, स्थानांतरित, मृत और डुप्लीकेट मतदाताओं की सूचियां भी संबंधित सीईओ/डीईओ की वेबसाइट पर अपलोड की जाएंगी।
पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय सूत्रों की मानें तो बुधवार रात तक बाहर किए जाने के लिए योग्य पाए गए 50 लाख नामों में से 23 लाख से ज्यादा नाम मृत वोटर श्रेणी में आते हैं, इसके बाद स्थानांतरित मतदाता श्रेणी में 18 लाख से ज्यादा नाम हैं। जबकि गायब मतदाताओं की संख्या सात लाख से ज्यादा हो गई है, बाकी बचे डुप्लीकेट मतदाता हैं और वे हैं, जिन्हें दूसरे कारणों से हटाने के लिए चिह्नित किया गया है।
ड्राफ्ट वोटर लिस्ट पब्लिश होने के बाद नोटिस फेज शुरू हो जाएगा, जिसमें चुनावी पंजीकरण अधिकारी (ईआरओ) की ओर से एक साथ गणना प्रपत्र पर नोटिस जारी करना, सुनवाई, प्रमाणित और फैसला लेना और दावों और आपत्तियों का निपटारा करना शामिल है, जो 16 दिसंबर से 7 फरवरी, 2026 के बीच होगा।
निर्वाचक नामावली के अलग-अलग पैरामीटर की जांच और अंतिम प्रकाशन के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसीआई) की अनुमति 10 फरवरी, 2026 को होगी। निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन 14 फरवरी को होगा, जो पहले 7 फरवरी तय किया गया था। 27 अक्टूबर तक के निर्वाचक नामावली के अनुसार, पश्चिम बंगाल में कुल वोटरों की संख्या 7,66,37,529 है।
--आईएएनएस
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