DM के ड्राइवर की बेटी हत्याकांड में नया मोड़, आरोपित गुलशन ने पलट दी पूरी कहानी!

डीएम के ड्राइवर की बेटी कल्पिता हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है। मुख्य आरोपी गुलशन को पुलिस ने गुरुवार रात गिरफ्तार कर लिया है। मुठभेड़ में उसके दोनों पैरों में गोली लगी है। उसका जिला अस्पताल में इलाज कराया गया। इधर, गुलशन ने मीडिया के सामने दावा किया है कि वह पांच साल से कल्पिता के साथ रिलेशनशिप में था। दोनों ने तीन साल पहले हाथरस के बिसाना स्थित तारागढ़ मंदिर में शादी की थी। इसके बाद कल्पिता अपने साथ पढ़ने वाले एक लड़के से बातचीत करने लगी थी। उसने गुलशन से बातचीत बंद कर दी थी। इसी के चलते उसकी हत्या कर दी गई। डीएम राहुल पांडेय के सरकारी ड्राइवर राकेश शर्मा तहसील में सरकारी आवास में अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनकी बेटी कल्पिता शर्मा (24) ने हाथरस के प्रेमरघु कॉलेज से जीएनएम का कोर्स किया था। वह मथुरा के जिला अस्पताल में ट्रेनिंग ले रही थी।
14 जून की रात वह अपनी मां उर्मिला के साथ बाजार खरीदारी करने जा रही थी। तहसील के गेट पर पहुंचे तो बुलेट सवार हमलावरों ने उन्हें रोक लिया और कल्पिता पर फायरिंग कर दी। मां-बेटी दोनों स्कूटी समेत गिर गईं। मां ने शोर मचाया तो हमलावर हथियार लहराते हुए भाग निकले। पिता की तहरीर पर केस दर्ज कल्पिता की जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। इस संबंध में पिता की तहरीर के आधार पर सादाबाद निवासी गुलशन, उसके साथी नवीन, उसकी पुत्रवधू ज्योति, उसकी मौसी गायत्री और मौसी के बेटे सूरज के खिलाफ केस दर्ज किया गया। पुलिस ने रविवार को मुठभेड़ के बाद नवीन को दबोच लिया।
पुलिस जांच में पता चला कि इस हत्याकांड में दो नहीं बल्कि चार युवक शामिल थे। सीसीटीवी फुटेज में वह घटनास्थल के पास सफेद रंग की अपाचे बाइक पर खड़ा दिखाई दे रहा था। कुछ दिन बाद पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गुलशन के दो और दोस्तों भारत और अभिषेक को भी दबोच लिया। गुलशन फरार चल रहा था। उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। गुलशन को गुरुवार रात मथुरा-बरेली बाईपास पर मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया था। दोनों पैरों में गोली लगने के बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इधर गुलशन ने यह भी दावा किया कि कल्पिता को अभिषेक ने ही गोली मारी थी। अब वह जेल में है। पुलिस ने कहा था एकतरफा प्यार में हत्या गुलशन की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बताया था कि गुलशन कल्पिता से एकतरफा प्यार करता था। वह कल्पिता पर दबाव बना रहा था। जबकि कल्पिता का रिश्ता तय हो चुका था। कल्पिता ने शादी से इनकार किया तो उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।