एनसीआर में प्रदूषण से आंशिक राहत, हवा अब भी ‘बेहद खराब’ श्रेणी में
नई दिल्ली, 17 दिसंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में बीते कुछ दिनों से चल रही तेज सर्द हवाओं के कारण वायु प्रदूषण में हल्की गिरावट जरूर दर्ज की गई है, लेकिन हालात अब भी चिंताजनक बने हुए हैं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी), दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) और यूपीपीसीबी (यूपीपीसीबी) के विभिन्न एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशनों से मिले आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के अधिकांश इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 300 के पार दर्ज किया गया है, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है।
दिल्ली की बात करें तो पंजाबी बाग में एक्यूआई 336, आरके पुरम में 341, रोहिणी में 364, शादिपुर में 342, सिरीफोर्ट में 355, सोनिया विहार में 344 और विवेक विहार में 354 दर्ज किया गया। वहीं, वजीरपुर इलाके में एक्यूआई 359 रहा। पुसा क्षेत्र में हालात और ज्यादा गंभीर दिखे, जहां एक्यूआई 365 रिकॉर्ड किया गया। मुंडका में एक्यूआई 369 तक पहुंच गया, जो बेहद खराब स्थिति को दर्शाता है।
इसके अलावा नेहरू नगर में 360, नरेला में 342, ओखला फेज-2 में 337, पटपड़गंज में 331 और नजफगढ़ में 301 एक्यूआई दर्ज किया गया। श्री अरबिंदो मार्ग पर एक्यूआई 312 और नॉर्थ कैंपस, डीयू क्षेत्र में 319 दर्ज किया गया। एनसीआर के अन्य शहरों की स्थिति भी कुछ खास बेहतर नहीं है।
नोएडा के सेक्टर-125 में एक्यूआई 328, सेक्टर-1 में 347 और सेक्टर-116 में 300 दर्ज किया गया। हालांकि सेक्टर-62 में एक्यूआई 281 रहा, जो ‘खराब’ श्रेणी में है लेकिन अन्य क्षेत्रों की तुलना में थोड़ी राहत जरूर देता है। गाजियाबाद की बात करें तो इंदिरापुरम में एक्यूआई 257, लोनी में 328 और संजय नगर में 292 दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में एनसीआर में मध्यम स्तर का कोहरा छाए रहने की संभावना है। 17, 18 और 19 दिसंबर के लिए जारी पूर्वानुमान के मुताबिक तापमान अधिकतम 23–24 डिग्री और न्यूनतम 9–10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। नमी का स्तर 95 से 98 प्रतिशत तक रहने की संभावना है, जिससे प्रदूषक कणों के वातावरण में लंबे समय तक बने रहने का खतरा है।
मौसम विभाग ने फिलहाल किसी बड़े बदलाव या चेतावनी की बात नहीं कही है। विशेषज्ञों का मानना है कि केवल हल्की या मध्यम हवाएं प्रदूषण को पूरी तरह साफ करने में सक्षम नहीं हैं। वायु गुणवत्ता में ठोस सुधार के लिए तेज बारिश या लंबे समय तक तेज हवाओं की जरूरत होगी।
--आईएएनएस
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