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नमो भारत फ्लीट को मिली बड़ी ताकत, हाई-स्पीड कैटेनरी मेंटेनेंस व्हीकल से बढ़ेगी कॉरिडोर की मेंटनेंस क्षमता

गाजियाबाद, 5 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रेल कॉरिडोर पर अब मेंटेनेंस कार्य और तेज तथा अधिक कुशल हो सकेगा। एनसीआरटीसी ने नमो भारत ट्रेन संचालन के लिए अपने फ्लीट में पहली बार एक हाई-स्पीड कैटेनरी मेंटेनेंस व्हीकल (सीएमवी) शामिल की है। यह आधुनिक मेंटेनेंस वाहन ओवरहेड पावर सप्लाई सिस्टम की नियमित जांच, मरम्मत और कार्यक्षमता बनाए रखने में अहम भूमिका निभाएगा, जिससे यात्रियों को सुरक्षित, सुगम और समयबद्ध सेवा उपलब्ध कराने में बड़ी मदद मिलेगी।
नमो भारत फ्लीट को मिली बड़ी ताकत, हाई-स्पीड कैटेनरी मेंटेनेंस व्हीकल से बढ़ेगी कॉरिडोर की मेंटनेंस क्षमता

गाजियाबाद, 5 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रेल कॉरिडोर पर अब मेंटेनेंस कार्य और तेज तथा अधिक कुशल हो सकेगा। एनसीआरटीसी ने नमो भारत ट्रेन संचालन के लिए अपने फ्लीट में पहली बार एक हाई-स्पीड कैटेनरी मेंटेनेंस व्हीकल (सीएमवी) शामिल की है। यह आधुनिक मेंटेनेंस वाहन ओवरहेड पावर सप्लाई सिस्टम की नियमित जांच, मरम्मत और कार्यक्षमता बनाए रखने में अहम भूमिका निभाएगा, जिससे यात्रियों को सुरक्षित, सुगम और समयबद्ध सेवा उपलब्ध कराने में बड़ी मदद मिलेगी।

नए सीएमवी को 120 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति और 110 किमी प्रति घंटे की ऑपरेशनल स्पीड के लिए तैयार किया गया है। इसकी सबसे खास बात यह है कि इसे नमो भारत में इस्तेमाल होने वाली उन्नत ईटीसीएस लेवल-2 हाइब्रिड लेवल-3 सिग्नलिंग प्रणाली से इंटीग्रेट किया गया है। यह देश में पहली बार और विश्व स्तर पर भी एक दुर्लभ तकनीकी उपलब्धि है। सिग्नलिंग सिस्टम से जुड़े होने के कारण यह व्हीकल ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (एटीपी) मोड में परिचालित हो सकता है, जिससे पूरे 82 किमी लंबे कॉरिडोर पर निरीक्षण की प्रक्रिया और अधिक सुरक्षित और तेज हो जाती है।

स्वदेशी रूप से उत्तराखंड में निर्मित इस हाई-टेक सीएमवी को हाल ही में ट्रेलर के जरिए दुहाई स्थित नमो भारत डिपो लाया गया, जहां इसे क्रेन की मदद से रेल ट्रैक पर उतारा गया। यह व्हीकल ओवरहेड इलेक्ट्रिक उपकरणों—फ्लेक्सिबल और रिजिड दोनों प्रकार के कैटेनरी सिस्टम—का निरीक्षण एवं मरम्मत कर सकता है। इसके लिफ्टिंग और स्विवलिंग प्लेटफॉर्म की मदद से टीम ओएचई से जुड़े किसी भी उपकरण तक आसानी से पहुंच सकती है। वहीं इसमें लगा शक्तिशाली पैंटोग्राफ तारों की स्थिति को सटीक रूप से मापता है और ऑनबोर्ड कैमरे ऑपरेशन के हर चरण की रियल-टाइम मॉनिटरिंग सुनिश्चित करते हैं।

एक लंबे कॉरिडोर में मेंटेनेंस का समय कम होने से टीमें अक्सर दबाव में काम करती हैं। सुबह 5:30 बजे से लेकर रात 11 बजे तक ट्रेन सेवा संचालित होने के कारण मरम्मत के लिए समय बेहद सीमित रहता है। ऐसे में हाई-स्पीड सीएमवी मेंटेनेंस टीम को किसी भी लोकेशन पर तेजी से पहुंचने में मदद करेगा, जिससे संभावित तकनीकी समस्या का समय पर समाधान किया जा सके।

ओएचई में गड़बड़ी होने पर यह व्हीकल तुरंत प्रतिक्रिया देकर समस्या का समाधान सुनिश्चित करेगा, जिससे नमो भारत ट्रेनें समय पर चलती रहें। खासकर पीक आवर्स में हजारों यात्रियों के लिए यह कदम सेवा की विश्वसनीयता और समयपालन में महत्वपूर्ण योगदान देगा। इस नए सीएमवी में कई इंटरलॉक और सुरक्षा तकनीकें लगाई गई हैं, जो ऑपरेटिंग क्रू और मेंटनेंस टीम की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती हैं।

एनसीआरटीसी का मानना है कि यह हाई-स्पीड मेंटेनेंस व्हीकल पूरी प्रणाली को और अधिक भरोसेमंद बनाएगा तथा अप्रत्याशित रुकावटों को न्यूनतम करेगा। इससे यात्रियों को एक बेहतर, निर्बाध और अत्याधुनिक क्षेत्रीय यात्रा अनुभव मिलता रहेगा। यह कदम नमो भारत कॉरिडोर को देश की सबसे उन्नत और विश्वसनीय रेल सेवाओं में शामिल करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

--आईएएनएस

पीकेटी/डीकेपी

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