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प्रेमी की खातिर शादीशुदा महिला बनी साइको किलर, 7 जन्मों को रिश्ते का ऐसे किया दर्दनाक अंत

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इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक दिल दहला देने वाली घटना बिहार के भोजपुर जिले से सामने आई है। यह एक ऐसा मामला है जो न केवल रिश्तों की मर्यादा को लांघता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि जब प्रेम वासना बन जाए और इंसान हैवान बन जाए, तो रिश्ते भी खून से लथपथ हो जाते हैं। इस घटना में एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति की बेरहमी से हत्या कर दी। इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा मंगलवार को पुलिस ने किया। घटना भोजपुर के थियेर थाना क्षेत्र के गंगाजल डेहरी गांव की है, जहां 19 नवंबर को हुई हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। इस मामले में आरोपी पत्नी और उसका प्रेमी अब सलाखों के पीछे हैं।

घटना का विवरण: छोले-पानीपुरी बेचने वाले की नृशंस हत्या

मृतक की पहचान श्यामबाबू साह के रूप में हुई है, जो रोज़ी-रोटी के लिए छोले और पानीपुरी बेचते थे। बेहद साधारण और मेहनती जीवन जीने वाले श्यामबाबू अपने परिवार का पेट पालने के लिए दिनभर मेहनत करते थे। लेकिन किसे पता था कि जिसके लिए वो जीवनभर खून-पसीना बहा रहे हैं, वही उनकी जान की दुश्मन बन जाएगी।

19 नवंबर को श्यामबाबू रोज़ की तरह काम पर निकले थे। लेकिन रात तक घर नहीं लौटे। अगले दिन, यानी 20 नवंबर को काटाइबोज़ नहर के पास ग्रामीणों को एक बुरी तरह से क्षत-विक्षत शव दिखाई दिया। शव की हालत ऐसी थी कि देखने वालों की रूह कांप गई। शरीर को धारदार हथियार से काटा गया था और चेहरा पहचानने लायक नहीं छोड़ा गया था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की शुरुआती जांच

पुलिस को सूचना मिलते ही वह घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। रिपोर्ट में सामने आया कि मृतक की मौत अत्यधिक मारपीट और धारदार हथियार से गले पर वार के कारण हुई थी। पुलिस को परिवार वालों से जानकारी मिली कि मृतक श्यामबाबू है, और वह 19 नवंबर से ही लापता थे। परिवार वालों को सबसे पहले शक अपनी ही बहू शोभा देवी पर हुआ, क्योंकि घटना के बाद से उसकी गतिविधियां संदिग्ध लग रही थीं। पुलिस ने जब पूछताछ शुरू की तो पहले तो शोभा देवी ने गोलमोल जवाब दिए, लेकिन बाद में मोबाइल सर्विलांस के आधार पर उसके झूठ की परतें खुलती गईं।

मोबाइल लोकेशन ने खोला राज

पुलिस ने मोबाइल डेटा की जांच की तो पाया गया कि श्यामबाबू के शव को जिस स्थान पर फेंका गया था, उस समय वहां शोभा देवी का भी मोबाइल लोकेशन मौजूद था। इस तथ्य ने पुलिस को चौका दिया और फिर कड़ी पूछताछ के बाद शोभा देवी टूट गई और पूरी वारदात को कबूल कर लिया।

प्रेम के लिए पति की बलि: कबूलनामे में चौंकाने वाली बातें

शोभा देवी ने पुलिस को बताया कि वह शादी से पहले दिल्ली में रहती थी। वहीं उसकी मुलाकात राजस्थान के रहने वाले एक युवक से हुई और दोनों में प्रेम संबंध बन गए। बाद में उसकी शादी बिहार के भोजपुर के श्यामबाबू साह से हो गई, लेकिन वह अपने प्रेमी से संपर्क में बनी रही। विवाह के बाद जब श्यामबाबू को अपनी पत्नी के प्रेम संबंधों की जानकारी मिली, तो उन्होंने शोभा को फटकारा और पीटा भी। इसके बाद शोभा ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर एक घिनौनी साजिश रची – पति को रास्ते से हटाने की।

हत्या की प्लानिंग और क्रूर अंजाम

19 नवंबर की शाम, श्यामबाबू जब काटाइबोज़ गांव की तरफ अपनी रेहड़ी लेकर निकले थे, तभी शोभा और उसका प्रेमी पहले से वहां मौजूद थे। जैसे ही श्यामबाबू वापस लौटने लगे, इन दोनों ने मिलकर उस पर हमला कर दिया। धारदार हथियारों से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया गया। हत्या के बाद, शव को नहर के पास फेंक दिया गया ताकि पानी में बह जाए या जानवरों द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया जाए और पहचान न हो सके। इसके बाद दोनों आरोपी फरार हो गए।

गांव में मातम, लोग हैरान

घटना की खबर फैलते ही पूरे गंगाजल डेहरी गांव में मातम पसरा हुआ है। लोग हैरान हैं कि कैसे एक पत्नी अपने प्रेमी के लिए इतने क्रूर तरीके से अपने ही पति की हत्या कर सकती है। गांव के एक बुजुर्ग ने कहा, “श्यामबाबू बहुत नेक इंसान था। पूरे गांव में उसकी इज्जत थी। यह तो हद है इंसानियत की।”

पुलिस की कार्रवाई और दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी

पुलिस ने जब पूरे मामले की जांच पूरी की और पर्याप्त साक्ष्य जुटाए, तो शोभा देवी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। भोजपुर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि, “यह एक जघन्य अपराध है। हमने बहुत सूक्ष्मता से जांच कर साक्ष्य जुटाए। मोबाइल लोकेशन और तकनीकी जांच ने अहम भूमिका निभाई। फिलहाल चार्जशीट की तैयारी चल रही है और आरोपियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी।”

समाज को झकझोरने वाला सवाल

यह घटना न केवल एक हत्या है, बल्कि यह समाज के सामने एक बड़ा सवाल भी खड़ा करती है – क्या प्रेम के नाम पर रिश्तों का खून जायज़ है? जब एक पत्नी अपने ही जीवनसाथी को मार दे, तो क्या विवाह का कोई मतलब रह जाता है? यह सवाल केवल भोजपुर ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए चेतावनी है।

निष्कर्ष: इंसाफ की राह पर कानून

फिलहाल, पुलिस की मुस्तैदी और तकनीकी जांच के आधार पर मामले का खुलासा हो चुका है। अब देखना यह है कि अदालत इस अपराध पर क्या सजा सुनाती है। लेकिन इतना तय है कि रिश्तों के नाम पर की गई यह क्रूरता समाज के दिलों को बहुत लंबे समय तक दर्द देती रहेगी।“प्रेम पवित्र होता है, लेकिन जब वह हवस बन जाए, तो राक्षसी प्रवृत्ति को जन्म देता है। भोजपुर की यह घटना इसी का उदाहरण है।”

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