गोरखपुर में ‘मोटा’ कहकर मजाक उड़ाने पर दो लोगों को गोली मारने का मामला, आरोपी गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक व्यक्ति ने खुद को मोटा कहकर मजाक उड़ाए जाने पर गुस्से में आकर दो युवकों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। गोली लगने से दोनों घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला?
बेलघाट थाना क्षेत्र के रहने वाले अर्जुन चौहान की इस घटना का केंद्र बिंदु है। पांच दिन पहले अर्जुन अपने चाचा के साथ तरकुलहा देवी मंदिर के पास आयोजित सामुदायिक भोज में शामिल हुआ था। वहां भोज में मौजूद दो अन्य युवकों, अनिल चौहान और शुभम चौहान ने अर्जुन का मोटापे को लेकर मजाक उड़ाया और उसे ‘मोटू’ कहकर अपमानित किया। अर्जुन को यह बात बर्दाश्त नहीं हुई और वह इस अपमान से गहराई से आहत हो गया।
आरोपियों का पीछा कर की फायरिंग
अपर पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) जितेंद्र कुमार ने बताया कि अर्जुन ने अपने दोस्त आसिफ खान के साथ मिलकर उन दोनों युवकों का पीछा किया। यह पीछा गुरुवार को जगदीशपुर-कालेसर बाईपास के पास तेनुआ टोल प्लाजा तक चला, जहां उन्होंने युवकों की कार रोक दी। इसके बाद अर्जुन और आसिफ ने अनिल और शुभम को कार से बाहर खींचा और उन पर गोली चला दी।
घायलों की हालत और पुलिस की कार्रवाई
पुलिस के अनुसार, पास से गुजर रहे राहगीरों ने घायलों की मदद की और उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद दोनों घायलों को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति अब खतरे से बाहर बताई जा रही है।
शुभम के पिता की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस ने अर्जुन चौहान और उसके साथी आसिफ खान को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस पूरी जांच कर रही है ताकि घटना के पीछे की सच्चाई सामने आ सके।
समाज में बढ़ती हिंसा का चिंताजनक पहलू
यह घटना समाज में बढ़ती असहिष्णुता और छोटे-छोटे विवादों के कारण हिंसा की प्रवृत्ति का एक गंभीर उदाहरण है। केवल अपमान या मजाक उड़ाने की बात पर इतनी भयंकर हिंसा का सहारा लेना समाज के लिए चिंता का विषय है। पुलिस भी ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई कर लोगों को कानून का पालन करने और विवादों को शांति से सुलझाने का संदेश देना चाहती है।
पुलिस का बयान
पुलिस अधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि मामला जांच के दायरे में है। आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। पुलिस ने आसपास के इलाकों में निगरानी भी बढ़ा दी है ताकि इस तरह की हिंसा को नियंत्रित किया जा सके।
निष्कर्ष
गोरखपुर की यह घटना स्पष्ट करती है कि छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करना और हिंसा का रास्ता अपनाना समाज के लिए कितना खतरनाक हो सकता है। उम्मीद की जानी चाहिए कि दोषियों को उचित सजा मिलेगी और लोग आपसी सम्मान एवं सहिष्णुता का व्यवहार अपनाएंगे ताकि ऐसे दुखद हादसे दोबारा न हों।