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लग्जरी कारें, तेज म्यूजिक, सड़कों पर हुड़दंग... जमानत मिली तो कर्नाटक में गैंगरेप के 7 आरोपियों ने रोड शो निकालकर मनाया जश्न

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कर्नाटक के हंगल गैंगरेप मामले में 20 मई 2025 को 7 आरोपियों को कोर्ट ने जमानत दे दी। जमानत मिलने के बाद आरोपियों ने अक्की अलूर गांव में बाइक और कार से विजय जुलूस निकाला, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस विवादित जश्न ने इलाके में भारी गुस्सा और तनाव को जन्म दिया, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए हंगल थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

जमानत के बाद हुआ विवादित रोड शो

हावेरी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अंशु कुमार ने बताया कि जमानत मिलने के बाद आरोपी 7 में से 5 आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। आरोपियों ने अक्की अलूर गांव के आसपास कार और बाइक से जुलूस निकाला, जिसमें वे जीत के इशारे करते और नारे लगाते नजर आए। उन्होंने इस जुलूस का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। यह वीडियो स्थानीय लोगों के बीच आक्रोश फैलाने का कारण बना। पुलिस ने कहा कि यह घटना कानून व्यवस्था के लिए चुनौती है और ऐसे कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

पुलिस ने दर्ज किया मामला और की अपील

एसपी अंशु कुमार ने आगे बताया, “जमानत मिलने के बाद आरोपियों ने हंगामा किया और जश्न मनाने के लिए रैली निकाली। हम हंगल थाने में आईपीसी की धारा 189/2, 191/2, 281, 351/2, 351/3 और 190 के तहत मामला दर्ज कर चुके हैं। हमने 5 आरोपियों को हिरासत में लिया है और उन्हें जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस इस मामले में उनकी जमानत रद्द करने की भी अपील करेगी।”

हंगल गैंगरेप मामला: क्या है पूरा विवाद?

यह मामला जनवरी 2024 का है, जब हंगल में 26 वर्षीय महिला के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया था। पीड़िता अपने साथी के साथ एक होटल में रह रही थी, जहां 7 आरोपियों ने घुसकर उन पर हमला किया। आरोप है कि महिला को जबरन जंगल ले जाकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। शुरुआत में इसे नैतिक पुलिसिंग का मामला माना गया था, लेकिन बाद में पीड़िता के मजिस्ट्रेट के सामने बयान देने पर गंभीर धाराएं लगाई गईं।

इस मामले में कुल 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें से पहले 12 को जमानत मिल चुकी है। हाल ही में 7 आरोपियों—आफताब चंदनकट्टी, मदार साब मंडक्की, समीवुल्ला लालनवार, मोहम्मद सादिक आगाशिमानी, शोएब मुल्ला, तौसीफ चोटी और रियाज साविकेरी—को जमानत मिली थी।

जमानत पर विवाद और कानून व्यवस्था पर सवाल

अक्की अलूर गांव में निकाले गए जश्न के वीडियो के वायरल होते ही स्थानीय लोगों में भारी नाराजगी फैली। कई लोगों ने आरोपियों के इस बर्ताव को न्याय और संवेदनशीलता के खिलाफ बताया। इस घटना ने कानून व्यवस्था की कार्यप्रणाली पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 5 आरोपियों को हिरासत में लिया है और जमानत रद्द करने के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल करने की तैयारी कर रही है। हावेरी पुलिस ने यह भी साफ किया है कि इस मामले में किसी भी तरह की छूट नहीं दी जाएगी और आरोपी को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा।

निष्कर्ष

हंगल गैंगरेप मामला कर्नाटक में महिलाओं की सुरक्षा और न्याय के मुद्दे पर एक बड़ा विवाद बना हुआ है। जमानत मिलने के बाद आरोपियों के द्वारा की गई इस लापरवाही भरी हरकत ने पीड़ित परिवार के साथ-साथ पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस की कार्रवाई और न्यायालय की निगरानी से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस मामले में सख्त फैसला आएगा और दोषियों को सजा मिलेगी।

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