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इश्क, इजाजत और इनकार... यूपी में पति, पत्नी और वो की अनोखी कहानी

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समस्तीपुर जिले के धुरलख गांव से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां विजय कुमार राम नामक युवक की मौत ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। मृतक की मौत संदिग्ध स्थिति में होने के कारण परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है। पुलिस ने इस मामले में मृतक की पत्नी सरिता कुमारी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी आरोपी फरार हैं और उनकी तलाश जारी है।

शादी के बाद से थी परेशानियां

मृतक विजय कुमार राम की शादी धुरलख निवासी सरिता कुमारी से वर्ष 2010 में हुई थी। विजय के भाई शिव कुमार राम ने बताया कि शादी के कुछ ही दिनों बाद से सरिता और उसके परिवार वाले विजय को प्रताड़ित करने लगे थे। घर में आर्थिक और पारिवारिक तनाव लगातार बढ़ता गया।

शिव कुमार ने बताया कि सरिता ने अपने पति को फोन कर चार लाख रुपये की मांग की थी। उसने कहा था कि रुपये दोगे तभी मैं तुम्हारे साथ घर वापस आऊंगी। अपनी पत्नी को मनाने और पैसे देने के उद्देश्य से विजय ने अपनी जमीन बेचकर 22 मई 2025 को पैसे लेकर ससुराल आया। वह वहां दो से तीन दिन रहा।

मौत की खबर से परिवार में मची खलबली

26 मई की सुबह परिवार को सूचना मिली कि विजय की मौत हो गई है। परिजन और ग्रामीण वहां पहुंचे तो विजय का शव मिला। मृतक के भाई ने साफ कहा कि यह कोई प्राकृतिक मौत नहीं बल्कि हत्या है। उनका आरोप है कि ससुराल वाले हमेशा पैसे की मांग करते थे और भाभी केवल पैसों के लिए शादी करने आई थी।

शिव कुमार ने बताया कि विजय बहुत परेशान था और ससुराल वालों की मांगों से तंग आ चुका था। इस बार भी पत्नी मायके गई थी और वापस नहीं आई। जब विजय ने इसका कारण पूछा तो वह पैसे मांगने लगी। विजय पैसे लेकर गया ताकि पत्नी को वापस ला सके, लेकिन इस बार उसकी जिंदगी का अंत हो गया।

पुलिस ने दर्ज किया मामला, गिरफ्तारी भी हुई

धुरलख थाना प्रभारी निरंजन कुमार ने बताया कि इस मामले में सरिता कुमारी, साला राहुल कुमार, कुंदन राम और चंद्रिका राम को नामजद किया गया है। मुख्य आरोपी सरिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि बाकी आरोपी फरार हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।

थाना प्रभारी ने कहा, "हम इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं और जल्द ही सभी आरोपियों को पकड़कर न्याय के कठघरे में लाया जाएगा।"

परिवार की न्याय की गुहार

परिवार का कहना है कि वे न्याय चाहते हैं और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने बताया कि विजय को प्रताड़ित कर मानसिक व शारीरिक रूप से तोड़ा गया था। उन्होंने सरकार और पुलिस से अनुरोध किया है कि इस केस को गंभीरता से लें और जल्द से जल्द सच्चाई का पता लगाएं।

सामाजिक और कानूनी पहलुओं पर सवाल

यह घटना घरेलू हिंसा और आर्थिक शोषण के गंभीर मुद्दे को उजागर करती है। यह भी दिखाती है कि पारिवारिक विवाद कितने खतरनाक रूप ले सकते हैं यदि उन्हें समय रहते नियंत्रित न किया जाए।

समस्तीपुर पुलिस इस मामले में अपनी जिम्मेदारी निभा रही है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही सभी आरोपी पकड़ लिए जाएंगे और पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा।

यह मामला स्थानीय प्रशासन और पुलिस के लिए एक बड़ा चैलेंज है, जिसमें न्याय दिलाना बहुत जरूरी है ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों और महिलाओं व परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

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