'सुनता सबकी पर करता कांग्रेस की' BroCode Roast शो में कुनाल कामरा का रोस्ट, ऑनकर यादव के तीखे राजनीतिक तंज चर्चा में
हाल ही में यूट्यूब पर प्रसारित हुए मशहूर रोस्ट शो BroCode Roast में स्टैंडअप कॉमेडियन कुनाल कामरा को मंच पर बुलाया गया, लेकिन इस बार वह मेहमान कम, मज़ाक का पात्र ज़्यादा बन गए। इस शो की मेज़बानी कर रहे थे आशीष सोलंकी, और सबसे तीखे तीर चलाए कॉमेडियन ओंकार यादव ने, जिनके राजनीतिक व्यंग्य ने पूरे शो को चर्चा में ला दिया।
कन्हैया कुमार को समर्थन पर तंज: "ठेकेदार मज़दूरों के साथ"
ओंकार यादव ने सबसे पहले कुनाल कामरा के 2024 लोकसभा चुनावों में कन्हैया कुमार को दिए गए समर्थन पर चुटकी ली। उन्होंने कहा कि कामरा जिस तरह CPI(M) छोड़कर कांग्रेस में आए कन्हैया के साथ प्रचार में लगे थे, वो ऐसे लग रहा था मानो "ठेकेदार मज़दूरों के साथ घूम रहा हो।"
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, "CPI(M) वाले तो कामरा को देख के हैरान रह गए… ‘इतना मोटा आदमी पार्टी में कैसे आ गया।’ उन्हें समझ ही नहीं आया कि मज़दूरों के साथ ठेकेदार भी आ गया है।” ये लाइन सुनते ही ऑडियंस ठहाकों में डूब गई।
Comedian Onkar Yadav mocks Kunal Kamra in front of him during the Bro-Code Roast show 😂🔥
— Amit Sikarwar (@theamitsikarwar) May 20, 2025
Onkar Yadav really cooked Kunal Kamrapic.twitter.com/yNom5CkaD0
"कामरा सुनता सबकी है, करता कांग्रेस की"
राजनीतिक रुख को लेकर भी ओंकार यादव ने कामरा पर व्यंग्य बाण चलाए। उन्होंने कहा, “कामरा सुनता सबकी है, लेकिन करता कांग्रेस की है।” इस लाइन ने दर्शकों की खूब तालियाँ बटोरी और सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
उन्होंने आगे जोड़ा, “कामरा सालों से राजनीतिक कॉमेडी कर रहा है, लेकिन आज तक किसी को कन्वर्ट नहीं कर पाया। स्लीपर सेल्स भी इससे ज़्यादा असरदार होते हैं।” ये टिप्पणी उस वर्ग को भी गुदगुदा गई, जो कामरा के राजनीतिक झुकाव को लेकर पहले से ही आलोचना करते रहे हैं।
India’s Got Latent विवाद में समय रैना का जिक्र
ओंकार यादव ने हाल ही में हुए India’s Got Latent विवाद की भी चर्चा की, जिसमें समय रैना और रणवीर इलाहाबादिया ट्रोल हुए थे। यादव ने स्पष्ट किया कि इस शो के असली मालिक बलराज सिंह घाई हैं, ना कि समय रैना। उन्होंने ये बयान देकर रैना को विवाद से अलग करने की कोशिश की, लेकिन मज़ाक के पुट के साथ।
"कश्मीरी पंडित तो इन्हें दिखते नहीं" – कमल का फूल भेंट
कश्मीरी पंडितों पर भी यादव का एक चुटीला व्यंग्य खूब सुर्खियाँ बटोर गया। उन्होंने कहा, “क्योंकि कश्मीरी पंडित तो इन्हें दिखते नहीं।” इसके साथ ही उन्होंने कामरा को कमल का फूल (जो बीजेपी का चुनाव चिन्ह है) भेंट किया, जो सीधा-सीधा एक राजनीतिक तंज था।
कुनाल कामरा का पलटवार: "मिड डे मील से अंडे हटाना गलत था"
हालांकि, कामरा चुप नहीं बैठे। उन्होंने भी ओंकार यादव पर पलटवार करते हुए कहा, “इन्हें देख कर लगता है कि मिड डे मील से अंडे हटाना गलत था।” यह टिप्पणी यादव की कद-काठी को लेकर थी, लेकिन इसमें हास्य का तड़का साफ झलक रहा था।
सोशल मीडिया की प्रतिक्रियाएँ
इस रोस्ट की क्लिप्स सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। दर्शकों ने ओंकार यादव की खुलकर तारीफ की। कुछ कमेंट्स इस प्रकार थे:
“When a Roast Show showed Reality.”
“Kamra thought this will make him relevant again, but Onkar flipped the script.”
“That Kashmiri Pandit line was epic!”
लोगों ने जहां शो की ईमानदारी की सराहना की, वहीं कुछ ने इसे राजनीतिक एजेंडा बताया।
एक रोस्ट, कई भावनाएँ
BroCode Roast का यह एपिसोड हास्य, व्यंग्य और राजनीति का जबरदस्त मेल बन गया। कुनाल कामरा को लेकर जहां कुछ दर्शकों को सहानुभूति हुई, वहीं कई ने ओंकार यादव की बोल्डनेस की तारीफ की। शो ने एक बार फिर साबित कर दिया कि आज की राजनीति पर व्यंग्य करना आसान नहीं, लेकिन ज़रूरी है। और जब व्यंग्य सीधे और सटीक हो, तो वह ना सिर्फ हँसी दिलाता है, बल्कि सोचने पर भी मजबूर करता है।

