कुलदीप सेंगर की जमानत के बाद सपा ने पीड़िता की सुरक्षा को खतरा बताया, सीएम योगी से संज्ञान लेने की अपील
नई दिल्ली/लखनऊ, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। उन्नाव रेप केस में दोषी पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को जमानत मिलने के बाद समाजवादी पार्टी के नेताओं ने पीड़िता और उसके परिवार की सुरक्षा को खतरा बताया है। सपा विधायकों ने मांग की कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मामले में संज्ञान लेना चाहिए।
समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव कुमार राय ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "कभी-कभी कोर्ट के फैसले समझना मुश्किल होता है। लेकिन यह पहले भी साबित हो चुका है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने कुलदीप सेंगर को बचाने की कितनी कोशिश की थी, कितना संरक्षण दिया था। अब उस परिवार की सुरक्षा खतरे में है।"
उन्होंने कहा, "पीड़िता और उसका परिवार न्याय की मांग कर रहा है। उम्मीद है कि उन्हें सुरक्षा मिलेगी और कोर्ट इस मामले पर ध्यान देते हुए अपने फैसले पर पुनर्विचार करेगा।"
सपा विधायक जाहिद बेग ने कहा, "क्योंकि यह हाईकोर्ट का फैसला है, इसलिए मैं कमेंट नहीं कर सकता, लेकिन पीड़िता को सुरक्षा और न्याय मिलना चाहिए। अगर वह डरी हुई है, तो मुख्यमंत्री को संज्ञान लेना चाहिए, हालांकि हमें नहीं लगता कि सरकार ऐसा करेगी।"
हालांकि, उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने दिल्ली हाईकोर्ट से कुलदीप सिंह सेंगर को जमानत के फैसले पर बोलने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, "न्यायालय ने उन्हें जमानत दे दी है, तो इसमें हम कुछ नहीं कर सकते हैं।"
समाजवादी पार्टी के विधायक आरके वर्मा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हमारी संवेदना पीड़िता के परिवार के साथ है।
बता दें कि 2017 के उन्नाव रेप केस में दिल्ली हाईकोर्ट ने पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को सजा को चुनौती देने वाली अपील के पेंडिंग रहने तक जमानत दे दी।। अदालत ने मंगलवार को अपना फैसला सुनाते हुए सेंगर की उम्रकैद की सजा को भी रोक दिया।
जस्टिस सुब्रमण्यम प्रसाद और हरीश वैद्यनाथन शंकर की बेंच ने यह फैसला सुनाया। हालांकि, पीड़िता ने फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई है और सेंगर की जमानत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला लिया है।
--आईएएनएस
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