जन्म के तुरंत बाद 2 बच्चों को मारा, फिर बैग में कंकाल लेकर पहुंचा थाने; लिव-इन कपल की खौफनाक करतूत

केरल के त्रिशूर जिले से एक दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक अविवाहित महिला ने अपने दो नवजात शिशुओं की हत्या करने की बात कबूल की है। पुलिस ने इस मामले में महिला अनीषा (23 वर्ष) और उसके प्रेमी बाविन (25 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया है। बाविन पहले से ही दो बच्चों का पिता है और दोनों का विवाह नहीं हुआ था। यह मामला तब उजागर हुआ जब बाविन खुद दो शिशुओं के अवशेष लेकर पुडुक्कड़ पुलिस थाने पहुंचा।
क्या है पूरा मामला?
शनिवार देर रात करीब 12.30 बजे नशे की हालत में बाविन पुलिस थाने पहुंचा और दावा किया कि उसके बैग में दो शिशुओं के कंकाल हैं। पुलिस इस सनसनीखेज दावे से स्तब्ध रह गई और तत्काल जांच शुरू की गई। पूछताछ में उसने बताया कि ये अवशेष उसके और अनीषा के बीच संबंध से जन्मे बच्चों के हैं, जिनकी मौत अलग-अलग घटनाओं में हुई थी। पहला बच्चा: गला घोंटकर की हत्या, फिर 8 महीने बाद निकाले अवशेष प्रारंभिक पूछताछ में अनीषा ने बताया कि 2022 में पहला बच्चा पैदा हुआ था। शुरुआत में उसने दावा किया कि गर्भनाल गले में लिपट जाने के कारण बच्चे की प्राकृतिक मृत्यु हुई थी। लेकिन बाद में उसने स्वीकार किया कि उसने जन्म के तुरंत बाद गला घोंटकर बच्चे की हत्या की थी और शव को घर के पास एक प्लॉट में दफना दिया।
आश्चर्यजनक रूप से, घटना के 8 महीने बाद, उसने वही अवशेष दोबारा निकाले और बाविन को सौंप दिए ताकि कोई धार्मिक अनुष्ठान किया जा सके। पुलिस के अनुसार, बाविन न केवल इस हत्या की जानकारी रखता था, बल्कि गर्भावस्था के दौरान अनीषा को किसी प्रकार की चिकित्सा सहायता या देखभाल भी नहीं दी गई। इसीलिए उसे मामले में सह-अभियुक्त बनाया गया है।
दूसरा बच्चा: रोने पर घोंटा गला
अनीषा ने पुलिस को बताया कि 2024 में उसने दूसरा बच्चा जन्म दिया, जो बाविन के साथ उसके रिश्ते का ही परिणाम था। उसने स्वीकार किया कि बच्चे के रोने पर उसने उसका भी गला घोंट दिया और शव दफनाने के लिए बाविन को दे दिया। प्रारंभिक फोरेंसिक जांच से पुष्टि हो गई है कि बरामद अवशेष दो अलग-अलग नवजातों के हैं।
फेसबुक से शुरू हुआ रिश्ता, तनाव में बदल गया
पुलिस के अनुसार, अनीषा और बाविन की पहचान 2020 में फेसबुक के जरिए हुई थी। जल्द ही उनके बीच शारीरिक संबंध बन गए। बाविन पहले से शादीशुदा था और उसके दो बच्चे भी हैं। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या अनीषा के परिवार को उसकी गर्भावस्था और प्रसव के बारे में कोई जानकारी थी या नहीं। यह मामला तब सामने आया जब कपल के बीच आपसी तनाव शुरू हुआ। बाविन को शक था कि अनीषा किसी और से शादी करने वाली है और वह उसके दूसरे मोबाइल फोन को लेकर असुरक्षित महसूस कर रहा था। इसी डर और अविश्वास में, उसने दोनों बच्चों के कंकाल पुलिस को सौंप दिए, जिससे यह भयावह मामला सामने आया।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उन पर भारतीय दंड संहिता की हत्या और सबूत छिपाने से संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल फोरेंसिक टीम, मेडिकल विशेषज्ञों और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की मदद से मामले की गहन जांच जारी है। यह भी देखा जा रहा है कि क्या इस मामले में किसी और की भूमिका रही है। यह मामला सिर्फ एक हत्या का नहीं, बल्कि प्रेम, विश्वासघात, सामाजिक दबाव और मानसिक स्थिति के जटिल जाल का प्रतीक बन गया है। दो मासूम जानों का इस दुनिया में आने के साथ ही अंत हो गया — न सिर्फ उनकी, बल्कि मानवता की भी शर्मनाक हार है।