केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू बोले- पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक नारों के लिए माफी मांगे कांग्रेस
नई दिल्ली, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक नारों की आलोचना की है। उन्होंने मांग की कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
किरेन रिजिजू ने सोमवार को संसद सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "देश की जनता ने सुना कि कांग्रेस पार्टी की रैली में क्या कहा गया। लोकतंत्र में हम सब सहयोगी हैं, दुश्मन नहीं। लेकिन कांग्रेस की रैली में प्रधानमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए गए। मेरा मानना है कि लोकतंत्र में ऐसा घटिया और शर्मनाक स्तर पहले कभी नहीं देखा गया। संसद का सत्र चल रहा है, और कांग्रेस अध्यक्ष और विपक्ष के नेता को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।"
उन्होंने कांग्रेस को याद दिलाया कि जब 2014 में भाजपा सांसद रहीं निरंजन ज्योति ने विपक्ष के एक नेता के लिए गलत शब्द इस्तेमाल किया था, इस पर तुरंत पीएम मोदी ने उनसे संसद में माफी मांगने के लिए कहा था और सांसद ने माफी मांगी थी। रिजिजू ने कहा, "लोकतंत्र में भाषा किस स्तर की हो, यह सभी को समझना चाहिए। भाजपा और एनडीए की तरफ से कभी भी किसी का नाम लेकर माता-पिता या किसी अन्य नेता के लिए 'मौत' शब्द का इस्तेमाल नहीं किया।"
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, "हम एक-दूसरे का कितना भी विरोध करें, फिर भी हम एक-दूसरे का सम्मान करते हुए शुभकामनाएं देते हैं। राजनीतिक लड़ाइयां अलग होती हैं, लोकतंत्र में हर किसी को राजनीति करने का अधिकार है और हम अलग-अलग तरीकों से एक-दूसरे की आलोचना या विरोध करते हैं। लेकिन कोई भी कभी किसी दूसरे व्यक्ति को मारने के बारे में सोचता या बोलता नहीं है। यह किस तरह की मानसिकता है जो खुलेआम किसी विरोधी को मारने के लिए उकसाती है?"
रिजिजू ने कहा, "भारत के प्रधानमंत्री को दुनिया और हमारे 1.4 अरब लोगों का देश दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता के तौर पर पहचानता है। यह बहुत दुख की बात है और अफसोसजनक है कि विपक्ष के कुछ सदस्य उनके खिलाफ आपत्तिजनक बात कर रहे हैं।"
किरेन रिजिजू ने दोहराया कि सिर्फ खंडन करना काफी नहीं है। संसद में कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष नेता को देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्हें संसद में देश के लोगों से खुलेआम माफी मांगने में देरी नहीं करनी चाहिए। तभी हम समझेंगे कि गलती हुई थी और कांग्रेस पार्टी ने इसे मान लिया है।
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