शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा में पेश किया 'विकसित भारत-जी रामजी बिल'
नई दिल्ली, 16 नवंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय ग्रामीण विकास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को लोक लोकसभा में विकसित भारत–जी रामजी (विकसित भारत-रोजगार और आजीविका मिशन (ग्रामीण) के लिए गारंटी): विकसित भारत–जी रामजी विधेयक-2025 पेश किया। इसके तहत हर वर्ष में 125 दिनों के मजदूरी रोजगार की वैधानिक गारंटी प्रदान की जाएगी।
संसद में शिवराज सिंह ने कहा कि हमारा संकल्प है गरीबों का कल्याण और इसमें उसी संकल्प को पूरा करने का हमने प्रयत्न किया है। न केवल गरीबों का कल्याण बल्कि उसके साथ गांवों का संपूर्ण विकास, जो महात्मा गांधी भी कहते थे- एक संपूर्ण गांव, एक स्वावलंबी गांव, एक विकसित गांव का निर्माण। इसका प्रावधान इसमें किया गया है और केवल प्रावधान ही नहीं, केंद्र सरकार इस पर 95 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि अभी खर्च करने का काम करेगी, यह हमने तय किया है।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि इसके पहले रोजगार की कई योजनाएं आईं। एक योजना का नाम था जवाहर रोजगार योजना। बाद में कांग्रेस ने ही जवाहर रोजगार योजना का नाम बदल दिया, तो क्या पंडित जवाहरलाल नेहरू का अपमान हो गया? शिवराज सिंह ने कहा कि गरीबों के कल्याण के लिए कई बार बजट का असमान वितरण होता है, और कई पंचायतें विकास में पीछे रह जाती हैं, इसलिए इसमें पंचायत का ग्रेडेशन करके जो अविकसित पंचायत है और कम विकसित पंचायत है, उन्हें ज्यादा काम देने का प्रावधान भी किया है।
शिवराज सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी हमारे दिलों में बसते हैं और महात्मा गांधी का, पंडित दीनदयाल का ये संकल्प था कि जो सबसे पीछे हैं, जो सबसे नीचे हैं, उनका कल्याण सबसे पहले किया जाए और हम महात्मा गांधी की भी मानते हैं और उन्हीं के विचारों पर आधारित, पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों पर आधारित गरीब कल्याण की कई योजनाएं ये सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चला रही है।
केंद्रीय मंत्री चौहान ने कहा कि जहां तक मनरेगा का सवाल है, कांग्रेस और यूपीए तो केवल मनरेगा लेकर आई थीं। 2 लाख 13 हजार 220 करोड़ रुपए यूपीए सरकार ने मनरेगा पर खर्च किए थे, जबकि हमने 8 लाख 53 हजार 810 करोड़ रुपए गरीब कल्याण पर खर्च किए और इस योजना को और मजबूत करने की कोशिश की है।
शिवराज सिंह ने कहा कि नया बिल गांवों का संपूर्ण विकास करेगा। उन्होंने कहा कि शरद पवार जब केंद्रीय कृषि मंत्री थे, तब उन्होंने ही कहा था कि कृषि कार्यों के लिए मजदूर नहीं मिलते। हमने तो उनकी उस चिंता का भी समाधान करने का प्रयास किया है। शिवराज सिंह ने कहा कि बापू हमारे दिलों में बसते हैं, उनका हम पूरा सम्मान करते हैं, और बापू ही कहते थे राम राज्य। राम हमारे रोम-रोम में रमे हैं, और राम हमारी हर सांस में बसे हैं। बिना राम के यह देश नहीं जाना जाता।
शिवराज सिंह ने कहा कि हर गरीब को भरपूर रोजगार मिले, उसकी गरिमा का सम्मान हो, और दिव्यांग, बुजुर्ग, और महिला तथा अनुसूचित जाति-जनजाति कोको और प्रोटेक्शन दिया जाए, इसके लिए यह बिल लेकर आए हैं। गांव का संपूर्ण विकास करेंगे और कृषि व मजदूरी दोनों में संतुलन स्थापित करने का काम करेंगे। शिवराज सिंह ने कहा कि यह पूरा बिल गांधी जी की भावनाओं के अनुरूप है और राम राज्य की स्थापना के लिए है।
--आईएएनएस
एमएस/डीकेपी

