रेस्तरां में हुई बेइज्जती, तो लड़के ने कर दिया बड़ा कांड, अब सलाखों के पीछे बीतेगी जिंदगी

26 अप्रैल की रात दिल्ली के प्रीत विहार में एक ऐसी वारदात हुई, जिसने लोगों के होश उड़ा दिए। हंसते-खेलते माहौल को अचानक गोलियों की गूंज ने खौफ में बदल दिया। बीपी हाउस रेस्तरां के बाहर एक युवक खुलेआम गोलियां बरसाता रहा और चीखता रहा – "मैं बदला लेकर रहूंगा!"
शिकायत से गिरफ्तारी तक: जानिए पूरी कहानी
रात करीब 10:30 बजे हुए इस फायरिंग कांड की जानकारी अगली सुबह सचिन नामक युवक ने पुलिस को दी। कांपते हुए प्रीत विहार थाने पहुंचा सचिन, जिसने अपनी आंखों से अफ्फाक को गोलियां चलाते देखा था। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की और मौके से कई कारतूस बरामद किए।
CCTV और टेक्निकल सर्विलांस ने खोले राज
पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और गोली चलाने वाले युवक की पहचान अफ्फाक के रूप में की। अफ्फाक उत्तर प्रदेश के एटा जिले का रहने वाला है और हाल ही में दिल्ली आया था। टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पता चला कि अफ्फाक करकड़ी मोड़ फ्लाईओवर की ओर जा रहा है। पुलिस ने घेराबंदी कर उसे मौके पर ही दबोच लिया।
क्यों चलाई गोलियां? अफ्फाक ने खुद बताया
पूछताछ में अफ्फाक ने बताया कि कुछ दिन पहले उसका और उसके दोस्त साहिल का बीपी हाउस के स्टाफ से झगड़ा हो गया था। रेस्तरां कर्मचारियों ने उनके साथ मारपीट की थी। अपमानित अफ्फाक ने साहिल के कहने पर 26 अप्रैल की रात बदला लेने के इरादे से रेस्तरां के सामने फायरिंग की।
अफ्फाक की प्रोफाइल: दर्जी से अपराधी तक
अफ्फाक की उम्र सिर्फ 20 साल है। उसने सिर्फ पांचवीं तक पढ़ाई की है और पहले दर्जी का काम करता था। लेकिन अब वो अपराध की राह पर निकल पड़ा है। पुलिस उसकी पिस्टल जब्त कर चुकी है और अब उसके साथी साहिल की तलाश में जुट गई है।
निष्कर्ष:
प्रीत विहार फायरिंग केस ने एक बार फिर दिखा दिया कि "बदले की आग" कैसे एक आम युवक को अपराध की खतरनाक राह पर ले जाती है। पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से एक बड़ा हादसा टल गया।